खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बचाव में उतरे अमेरिका ने भारत के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर विकास यादव की तस्वीर सार्वजनिक कर मोस्ट-वांटेड घोषित कर दिया है. अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) ने पन्नू मामले में भाड़े के लिए हत्या करना, भाड़े के लिए हत्या की कोशिश की साजिश रचने और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप मढ़ते हुए अपनी वेबसाइट पर सारी जानकारी साझा की है.
एफबीआई ने भारतीय सेना की यूनिफॉर्म पहने और आंखों में काला चश्मा लगाए विकास यादव की फोटो जारी की है. एफबीआई के मुताबिक, 10 अक्टूबर को न्यूयॉर्क की एक कोर्ट के आदेश पर विकास यादव पर आरोप तय किए गए हैं.
एफबीआई ने पन्नू का नाम सार्वजनिक किए बगैर अमेरिका के एक वकील और राजनीतिक एक्टिविस्ट की अमेरिका की धरती पर हत्या की कोशिश की साजिश रचने का आरोप विकास यादव उर्फ अमानत पर लगाया है.
एफबीआई के मुताबिक, विकास ने अपने एक साथी साजिशकर्ता (अमेरिका की गिरफ्त में चेक गणराज्य से गिरफ्तार भारतीय निखिल गुप्ता) के जरिए न्यूयॉर्क में अपने एक साथी के जरिए पन्नू की हत्या के लिए 15 हजार डॉलर की एडवांस पेमेंट की व्यवस्था की थी.
न्यूयॉर्क कोर्ट में दायर चार्जशीट में एफबीआई ने विकास यादव को महज सीसी-1 के नाम से संबोधित किया था. लेकिन अब जब कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं तो एफबीआई ने सभी जानकारी सावर्जनिक कर दी है.
एफबीआई के मुताबिक, साथियों से बातचीत में विकास अपना नाम अमानत बताता था. एफबीआई ने पब्लिक से अपील की है कि अगर किसी को विकास यादव के बारे में कोई जानकारी प्राप्त होती है तो या तो एफबीआई हेडक्वार्टर या फिर नजदीकी एबेंसी को इस बाबत जानकारी साझा करें.
माना जा रहा है कि भारत ने इंटेलिजेंस ऑफिसर विकास यादव को रौग-एजेंट घोषित करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. इसके बारे में अमेरिका को जानकारी दे दी गई है.
एफबीआई की चार्जशीट के मुताबिक, विकास यादव ने ही चेक गणराज्य में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिक निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या करने का आदेश दिया था. पन्नू की हत्या को व्रिकम यादव ने प्राथमिकता करार दिया था.
विक्रम ने ही निखिल गुप्ता को पन्नू के न्यूयॉर्क के घर का पता दिया था. पिछले साल जून (2023) में अमेरिका के टिप-ऑफ पर यूरोपीय देश चेक गणराज्य ने निखिल गुप्ता उर्फ निक को पन्नू की हत्या की कोशिश की सुपारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
अमेरिका का दावा है कि जिस शख्स को निखिल गुप्ता ने पन्नू की सुपारी दी थी वो और कोई नहीं यूएस ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी (डीएई) का ही एक सोर्स था. इस सोर्स ने डीएई के एक अधिकारी को हिटमैन के तौर पर निखिल गुप्ता से मुलाकात कराई थी. एफबीआई के पास इस लेनदेन का स्टिंग ऑपरेशन भी है.