ब्रिक्स सम्मेलन (22-23 अक्टूबर) में हिस्सा लेने के लिए जा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कज़ान यात्रा से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर रूस की तारीफ की है. जयशंकर ने कहा कि आजादी से बाद लेकर अब तक रूस ने कभी हमारा अहित नहीं किया है.
राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसे बहुत कम देश हैं जिनके बारे में कहा जा सकता है कि जिन्होंने भारत के ‘हितों पर नकारात्मक’ प्रभाव डाला है. रूस की गिनती उन देशों में होती है. खुद जयशंकर ने कहा कि मेरा ये बयान ‘बेहद अहम’ है
रूस ने कभी हमारे हितों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डाला: विदेश मंत्री
भारत-रूस संबंधों पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी रूस जा रहे हैं. अगर आप आजादी के बाद रूस के साथ हमारे इतिहास को देखें, तो मैं कह सकता हूं कि रूस ने कभी भी हमारे हितों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाला कुछ नहीं किया है. ऐसे बहुत कम देश हैं जिनके बारे में आप ऐसा कह सकते हैं.”
जयशंकर ने कहा, “आज रूस की स्थिति अलग है. मुझे लगता है कि रूस का पश्चिम के साथ संबंध स्पष्ट रूप से खराब हो गया है. इसलिए आपके पास एक ऐसा रूस है जो एशिया की ओर अधिक मुड़ रहा है. क्या हमें, एक एशियाई देश के रूप में, राष्ट्रीय हित में हमारे लिए जो अच्छा है, उसे नहीं अपनाना चाहिए? “
विदेश मंत्री ने कहा कि “एक प्रमुख प्राकृतिक संसाधन शक्ति के रूप में रूस विकास के इस चरण में भारत के साथ पूरक है, जब हम बड़े संसाधन उपभोक्ता हैं. आप हमेशा दूर के देश के साथ बहुत अच्छे संबंध बनाए रखेंगे.” (https://x.com/TrulyMonica/status/1848373190558441500)
कितने नेता कीव-मॉस्को दोनों जगह गए: एस जयशंकर
रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर भी जयशंकर ने बयान दिया है. एस जयशंकर ने कहा, “आज दुनिया में बहुत कम ऐसे नेता हैं, जो रूस के बाद यूक्रेन का दौरा कर सकते हैं. दोनों जगहों पर अपनी बात खुलकर रख सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी रूस गए (8-9 जुलाई को) और उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की. फिर वे कीव गए. अभी यूक्रेन में युद्ध चल रहा है. कितने देश, कितने प्रधानमंत्री, कितने नेता, मॉस्को जाकर खुलकर बात कर सकते हैं, कीव जाकर खुलकर बात कर सकते हैं, मॉस्को जा सकते हैं और फिर कीव जा सकते हैं?” ()
पाकिस्तान में हाथ मिलाया और वापस आ गए: जयशंकर
नवाज शरीफ के पीएम मोदी के बुलावे पर पूछे गए एक सवाल पर एस जयशंकर ने अपने हाल के पाकिस्तान दौरे का जिक्र किया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “मैं नवाज शरीफ नहीं मिला. मैं एससीओ बैठक के लिए वहां गया था. गए वहां, मिले सबसे हाथ मिलाया, अच्छी बैठक हुई और आ गए वापस.”