इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने अपने देश के नागरिकों को लेकर एक बड़ी चेतावनी जारी की है. एनएससी ने इजरायली नागरिकों से श्रीलंका की अरुगम खाड़ी सहित दक्षिण और पश्चिमी तटीय क्षेत्रों को तुरंत छोड़ने की अपील की है. एनएससी को अंदेशा है कि श्रीलंका में इजरायली नागरिकों पर आतंकी हमला हो सकता है.
एनएससी की चेतावनी ने नेतन्याहू सरकार को चिंता में डाल दिया है. इजरायल की चेतावनी से इस बात का अंदेशा है कि आतंकी संगठन हमास, हिज्बुल्लाह या फिर हूती विद्रोहियों की पहुंच, श्रीलंका तक हो गई है.
अरुगम खाड़ी और दक्षिण-पश्चिम श्रीलंका को तुरंत छोड़े इजरायली: एनएससी
23 अक्टूबर को इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बड़ा अलर्ट जारी किया. एनएससी ने अपनी चेतावनी में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि ” पर्यटक और तटीय क्षेत्रों में आतंकवाद के खतरों को देखते हुए श्रीलंका के लिए इजरायली अपनी यात्रा को टाल दें.”
एनएससी की एडवायजरी में कहा गया है, “अरुगम खाड़ी और दक्षिण और पश्चिम श्रीलंका के तटीय क्षेत्रों (अहंगामे, गैले, हिक्काडुवा और वेलिगामा शहरों सहित) के लिए ट्रैवल अलर्ट को लेवल 4 तक बढ़ा दिया गया है. हम इन क्षेत्रों को तुरंत छोड़ने की सलाह देते हैं. मौजूदा समय में इन क्षेत्रों में रहने वालों के लिए हम देश छोड़ने और कोलंबो यात्रा की कम से कम जाने की सलाह देते हैं.”
श्रीलंका के बाकी हिस्सों के लिए ट्रैवल अलर्ट को लेवल 3 तक बढ़ा दिया गया है. एनएससी ने कहा कि “जो इजरायली लोग श्रीलंका घूमने का प्लान कर रहे हैं वो किसी भी अनावश्यक यात्रा को स्थगित कर दें.”
इजरायली अपनी पहचान छुपाएं, हिब्रू में लिखे कपड़े ना पहनें: एनएससी
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इस बात पर ज्यादा जोर दिया कि जो इजरायली लोग श्रीलंका में हैं, उन्हें अपनी पहचान छिपानी होगी. इजरायली नागरिकों से कहा गया है कि अगर सार्वजनिक जगहों पर जाएं तो हिब्रू में लिखी टीशर्ट या किसी भी प्रतीक जिससे इजरायल होने की पहचान हों. उन्हें ना पहने. क्योंकि पहचान उजागर होने से खतरा बढ़ सकता है.
एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि जहां सूनसान हो या जहां सुरक्षाबल ना हो वहां भी इजरायली नागरिक ना जाएं. या फिर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो चले जाएं, जहां सुरक्षाबलों की तैनाती ज्यादा है. साथ ही किसी भी संदिग्ध या अप्रिय घटना की फौरन श्रीलंका के सुरक्षाबलों को सूचना दी जाए.
एनएससी की इस अपील के बाद इजरायली प्रशासन श्रीलंका के साथ संपर्क में है. साथ है इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए चिंतित भी है. जिस तरह से हिजबुल्लाह, हमास और हूतियों पर इजरायली फोर्स एक्शन ले रही है. अंदेशा इस बात का है कि किसी दूसरे देश में रह रहे इजरायली नागरिकों को नुकसान पहुंचाया जा सकता है.