कंबोडिया में तैनात एक सीनियर सीआईए अधिकारी को इजरायल के ईरान पर हमले का प्लान सोशल मीडिया पर लीक करने के आरोप में धरा गया है. आसिफ विलियम रहमान नाम के इस सीआईए एजेंट ने ईरान के मिसाइल और ड्रोन साइट्स सहित अमेरिकी सैटेलाइट द्वारा ली गई ईरान की तस्वीरें शामिल थी. इस लीक के बाद ईरान अलर्ट हो गया था. लेकिन अभी तक ये साफ नहीं है कि आसिफ के इस लीक के पीछे वजह क्या थी.
1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलों से हमले किया था. इजरायल ने अबतक ईरान को उस तरह का तगड़ा जवाब क्यों नहीं दिया, जो इजरायल से उम्मीद की जाती है, इस सवाल का जवाब मिल गया है. वो भी कंबोडिया से. कंबोडिया से सीआईए के उस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने इजरायल के फुलप्रूफ प्लान को लीक कर दिया था. उस अधिकारी का नाम है आसिफ विलियम रहमान.
सीआईए अधिकारी आसिफ विलियम ने वो पूरा खाका ही टेलीग्राम पर लीक कर दिया था, जो इजरायल ने ईरान पर हमले के लिए बनाया था और इस प्लान को अमेरिका के साथ शेयर किया था. सीक्रेट प्लान लीक हो जाने के कारण अमेरिका और इजरायल के बीच कूटनीतिक मतभेद सामने आए थे.
सीआईए अधिकारी ने लीक की इजरायली हमले की प्लानिंग
सीआईए के अधिकारी आसिफ विलियम रहमान ने 17 अक्टूबर को कंबोडिया सहित अमेरिका के बाहर की जगहों से ईरान पर इजरायली हमले की प्लानिंग अवैध रूप से लीक कर दी थी. चूंकि रहमान के पास संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने के लिए टॉप सीक्रेट सिक्योरिटी क्लियरेंस था, इसलिए इजरायली खाका रिलीज करने में उसे दिक्कत नहीं आई. आसिफ विलियम ने जो दस्तावेज लीक किए उन्हें खुफिया एजेंसी द्वारा तैयार किया गया था. साथ ही अमेरिका के जासूसी सैटेलाइट्स से खींची गई तस्वीरें और सूचना भी खुफिया और सैन्य अभियान का हिस्सा थी. जो जानकारियां लीक की गई थीं, वो ईरान के मिसाइल और ड्रोन साइट्स से जुड़ी हुई थी. माना जा रहा है कि इजरायल जवाबी कार्रवाई में ईरान के मिसाइल और ड्रोन साइट्स पर बड़ा पलटवार करने वाला था.
कंबोडिया से हुई आसिफ विलियम रहमान की गिरफ्तारी
सीआईए अधिकारी रहमान ने सीआईए के लिए विदेशों में काम किया था और उन्हें टॉप सीक्रेट सिक्योरिटी क्लियरेंस भी प्राप्त थी. जो जानकारियां लीक की गई थीं वो बेहद ही गोपनीय और सिर्फ फाइव आईज देशों को पार्टनरशिप के तहत साझा की जाती हैं. जिन जानकारियों को सिर्फ अमेरिका, यूके, कनाडा. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ शेयर करना सुरक्षित था, उसे टेलीग्राम पर जानबूझकर रिलीज कर दिया गया ताकि इजरायली अटैक का प्लान फेल हो जाए और ईरान सतर्क हो जाए. फाइव आईज देश ऐसे सीक्रेट जानकारियों पर सख्त नियमों का पालन करती हैं,खासकर वो जानकारियां जो मिडिल ईस्ट में सैन्य रणनीतियों से संबंधित हों.
एफबीआई की जांच में आसिफ विलियम पर लगाए गए आरोप सही साबित हुए, जिसके बाद पिछले हफ्ते वर्जीनिया की एक अदालत में रहमान पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी को जानबूझकर अपने पास रखने और उसे लीक करने का आरोप लगाया गया. एफबीआई ने रहमान को कंबोडिया में गिरफ्तार किया और बाद में गुआम की एक अदालत में पेश किया गया.
अब आसिफ रहमान से पूछताछ की जा रही है कि आखिर किस इरादे से उसने संवेदनशील जानकारियां लीक की. क्या पैसे के लिए ऐसा किया या मकसद कुछ और था. (इजरायल का ईरान पर हवाई हमला, बदला पूरा ?)