इजरायल और अमेरिका के दबाव के बावजूद ईरान लगातार बढ़ा रहा है अपनी न्यूक्लियर पावर. संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था की एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसने अमेरिका को और सतर्क कर दिया है. यूएन की सीक्रेट रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मांगों को दरकिनार करते हुए यूरेनियम के अपने भंडार को और बढ़ा दिया है यानी परमाणु हथियार बनाने के बिलकुल करीब पहुंच गया है.
इजरायल ने हाल ही में ईरान पर पलटवार करते हुए ईरान के न्यूक्लियर लैब के एक गुप्त ठिकाने पर हमला किया था. इस हमले में ईरान को भारी नुकसान पहुंचने का दावा किया गया था.
न्यूक्लियर शक्ति बढ़ा रहा ईरान, रिपोर्ट से खुलासा
यूएन की गोपनीय रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान अपनी परमाणु शक्ति लगातार बढ़ा रहा है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 26 अक्टूबर तक ईरान के पास 60 प्रतिशत संवर्धित किया गया 182.3 किलोग्राम यूरेनियम था, जो अगस्त की रिपोर्ट के हिसाब से 17.6 किलोग्राम अधिक है. परमाणु हथियार तैयार करने के लिए 90 प्रतिशत संवद्धित यूरेनियम की आवश्यकता होती है और ईरान के पास पिछले महीने तक 60 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धित किया जा चुका है.
ईरान ने दिया परमाणु प्रोग्राम में बदलाव का प्रस्ताव
यूएन की रिपोर्ट से जहां हड़कंप मचा हुआ है, वहीं खबर ये भी है कि ईरान परमाणु प्रोग्राम में बदलाव करने के लिए तैयार हो गया है. ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को सीमित करने का प्रस्ताव दिया है. ये प्रस्ताव ऐसे वक्त में आया है जब बुधवार को आइएईए बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक होनी है, जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश करने वाले हैं. उस बैठक से पहले ईरान की ओर से कहा गया है कि “हम न्यूक्लियर भंडारण को सीमित करने के लिए तैयार हैं पर शर्त है कि बैठक में ईरान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव न लाया जाए.”
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा था कि “अगर ईरान के खिलाफ बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित होता है तो निश्चित तौर पर तेहरान जवाबी कार्रवाई करेगा. ईरान अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम में उन नए बदलावों को शामिल करेगा जो यकीनन पश्चिमी देशों को पसंद नहीं आएंगे.”