मुंबई के 26/11 आतंकी हमले की 16वीं बरसी से ठीक पहले यूएई में हुई एक सनसनीखेज वारदात ने इजरायल को हिला कर रख दिया है. दुबई में एक डिपार्टमेंटल स्टोर चलाने वाले इजरायली मूल के जिस रब्बी (धर्मगुरू) की हत्या कर दी गई है, वो मुंबई हमले में मारे गए रब्बी का रिश्तेदार था. मंगलवार को मुंबई आतंकी हमले के 16 साल पूरे हो रहे हैं.
वर्ष 2008 में मुंबई के नरीमन हाउस में 28 साल की रब्बी (धर्मगुरु) गैबरियल होल्ट्जबर्ग और उनकी पत्नी की पाकिस्तानी आतंकियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी. अब उसी रब्बी की भतीजी के 28 साल के पति (रब्बी) जवी कोगन की दुबई में अपहरण कर हत्या कर दी गई है.
ताजा घटना ने आतंकी संगठन हमास, हिजबुल्लाह और ईरान से उलझे हुए इजरायल के सामने दूसरे देशों में रह रहे यहूदियों की सुरक्षा एक बड़ी चिंता बन गई है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटना को आतंकी वारदात करार देते हुए कहा है इजरायल हर तरह से एक्शन लेगा.
हत्या का शक हालांकि ईरान पर है लेकिन यूएई पुलिस ने उज्बेकिस्तान के तीन संदिग्ध नागरिकों को रब्बी मामले में गिरफ्तार किया है. अबू धाबी स्थित ईरानी दूतावास ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि तेहरान हत्या में ईरान की संलिप्तता के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है.
यूएई में चबाड के दूत रब्बी जवी कोगन की हत्या
अबू धाबी स्थित चबाड के दूत रब्बी जवी कोगन का गुरुवार को दुबई से अपहरण कर लिया गया था. कोगन की संदिग्ध परिस्थितियों में गायब होने के बाद से यूएई के साथ-साथ इजरायली एजेंसियां भी कोगन की तलाश में जुटी हुई थी. कई देशों की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों द्वारा कोगन के बारे में पता लगाने के लिए अभियान चलाया गया था. अबू धाबी से लगभग 150 किलोमीटर दूर, ओमान की सीमा से लगे अमीराती शहर अल ऐन में कोगन का शव बरामद किया गया है. अल ऐल शहर में कोगन की कार लावारिस हालत में बरामद की गई है.
ईरान के भर्ती किए लोगों ने रब्बी को मारा, तुर्किए में ली शरण
एजेंसियों का मानना है कि हत्या से पहले संघर्ष के सबूत मिले हैं. आशंका इस बात की जताई जा रही है कि जवी कोगन को ईरान द्वारा भर्ती किए गए उज्बेक नागरिकों ने मारा है और फिर उनकी हत्या के बाद वो लोग तुर्किए भाग गए हैं. इजरायल में इस हत्या को आतंकी हमला करार दिया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि जानकारी इस ओर इशारा करती है कि गायब होना एक आतंकवादी-संबंधी घटना है. इसके बाद रविवार को कोगन का शव बरामद किया गया.
कौन थे रब्बी जवी कोगन, टारगेट पर क्यों थे
यहूदी कोगन, मूल रूप से यूरोपीय देश मोल्दोवा के रहने वाले थे और यूएई की भी नागरिकता ले रखी थी. बताया जा रहा है कि वे इजरायली रक्षा बलों की गिवती ब्रिगेड में सेवारत थे. साल 2020 के अंत में अमेरिका की मध्यस्थता वाले अब्राहम समझौते के तहत इजरायल द्वारा यूएई के साथ संबंधों को सामान्य करने के बाद से रब्बी अबू धाबी चबाड चैप्टर का हिस्सा थे.
कोगन ने यूएई में यहूदी जीवन की स्थापना और विस्तार के लिए कई वर्षों तक रब्बी लेवी डचमैन और अन्य चबाड दूतों के साथ काम किया था. खाड़ी के देश में पहले यहूदी शिक्षा केंद्र की स्थापना में कोगन का बड़ा योगदान था. मृतक रब्बी कोगन ने 2021 में खाड़ी राज्य में पहली बार होलोकॉस्ट स्मरण दिवस समारोह में भाग लिया और कार्यक्रम के दौरान यिसकोर प्रार्थना का नेतृत्व किया था.
मारे गए रब्बी की पत्नी का क्या है 26/11 मुंबई हमलों से कनेक्शन
साल 2022 में शादी के बाद कोगन की पत्नी रिव्की भी उनके साथ ही शामिल हो गई थीं. कोगन की पत्नी रिव्वी, रब्बी गैबरियल होल्ट्जबर्ग की भतीजी हैं, जिनकी 2008 में मुंबई के नरीमन हाउस में हुए आतंकवादी हमले में उनकी पत्नी के साथ हत्या कर दी गई थी. उस वक्त रब्बी को छुड़ाने के लिए खुद इजरायली एजेंसियों ने आतंकियों से बात करने की कोशिश की थी. आतंकी ने फोन काट दिया था. बाद में उनका शव बरामद किया गया था.
ये हमारे साथ फिर से हो रहा है- परिवार
यूएई में रब्बी जिवी कोगन की हत्या को लेकर परिवार ने कहा है कि 16 साल बाद हमारे सामने ठीक वही स्थिति है जब मुंबई में रब्बी ग्रेबियल और रिविका की आतंकियों ने हत्या की थी. अब पोती के पति जिवि कोगन की यूएई में हत्या की है, वो भी आतंकियों ने. मेरा बेटा गैबी भी 28 साल का था और कोगन भी 28 साल के थे. दोनों रब्बी थे. (26/11 Attack: Jews की हुई थी टारगेट किलिंग)
हमें ऐसा लग रहा है कि वही त्रासदी फिर से घटी है. दोनों की हत्या की परिस्थितियां भी समान हैं और दोनों की जीवनशैली भी समान थी. परिवार ने कहा कि समय भी लगभग एक है. चबाड दूतों की विश्व सभा से 1 सप्ताह पहले ही ये घटना घटी है. 16 साल पहले भी तभी घटना घटी थी.
हम एक्सिस ऑफ एविल का सामना करेंगे: बेंजामिन नेतन्याहू
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रब्बी की हत्या की निंदा करते हुए कहा है कि चबाड दूत की हत्या एक आपराधिक यहूदी-विरोधी आतंकवादी हमला है. इजरायल हर तरह से कार्रवाई करेगा और हत्यारों और उनके आकाओं को न्याय के कटघरे में खड़ा करेगा.
बेंजामिन नेतन्याहू ने हत्या की जांच में संयुक्त अरब अमीरात के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि हम ‘एक्सिस ऑफ एविल’ (ईरान और उसे गुट) का सामना करते हुए इजरायल और यूएई के संबंधों को मजबूत करेंगे.