यूक्रेन जंग के बीच उत्तर कोरिया के साथ मिलकर रूस क्या प्लान कर रहा है. अमेरिका के यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत के खिलाफ रूस क्या किम जोंग की मदद से नाटो देशों के विरुद्ध कुछ बड़ा प्लान कर रहे है. ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि युद्ध के बीच अचानक रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव सैन्य वार्ता के लिए उत्तर कोरिया पहुंचे हैं.
रूसी रक्षा मंत्री के उत्तर कोरिया की ये यात्रा ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में रूस ने उत्तर कोरिया को दुनिया की सबसे खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 पहुंचाया है. साथ ही उत्तर कोरिया के 11 हजार सैनिक इस वक्त जंग के मैदान में रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ मोर्चा संभाल रहे हैं.
रूसी रक्षा मंत्री के उत्तर कोरियाई दौरे पर अमेरिका और नाटो देशों में खलबली मच गई है. रूसी रक्षा मंत्री ने अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष के साथ-साथ तानाशाह किम जोंग उन से भी मुलाकात की. मुलाकात के दौरान, किम जोंग ने रूस पर अमेरिका और दूसरे नाटो देशों की लंबी दूरी की मिसाइल से हमले की आलोचना की.
बेलौसोव ने मई में ही रक्षा मंत्री के तौर पर सर्गेई शोइगू की जगह ली थी.
बेलौसोव की यह यात्रा की टाइमिंग पर गौर किया जाए तो हाल ही में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने यूक्रेन रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव के नेतृत्व में यूक्रेन के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में येओल ने दोनों देशों से उत्तर कोरिया द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में सहायता के लिए हजारों सैनिकों को रूस भेजने के जवाब में जवाबी कदम की तैयारी का आह्वान किया था.
गौरतलब है कि अमेरिका और साउथ कोरिया के साथ-साथ यूक्रेन ने भी आरोप लगाया है कि रूस में उत्तर कोरिया के 11 हजार सैनिक मौजूद हैं. साथ ही उत्तर कोरिया पर रूस को हथियार प्रणाली, मिसाइल और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति करने का भी आरोप है, जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लगभग तीन साल से जारी युद्ध को और आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है.
यही वजह है कि दक्षिण कोरिया भी यूक्रेन को सैन्य उपकरण मुहैया कराने की तैयारी कर रहा है.