पाकिस्तान यदि अपने जनता के वेलफेयर के बजाए हथियार खरीदने में ज्यादा विश्वास रखता है तो ‘गुड-लक’. ये कहना है भारतीय नौसेना के चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी का. नेवी चीफ ने चीन की मदद से पाकिस्तान के बढ़ते जंगी बेड़े पर ‘आर्श्चय’ जताया है.
नौसेना प्रमुख के मुताबिक, पाकिस्तान 50 जंगी जहाज वाली नौसेना खड़ी कर रहा है. एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि इसके लिए चीन, पाकिस्तान की मदद कर रहा है. चीन की मदद से पाकिस्तान आठ (08) पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है. साथ ही जंगी जहाज का निर्माण भी कर रहा है.
दरअसल, बीते कुछ सालों से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है. पाकिस्तानी जनता के पास खाने तक को लाले हैं, मंहगाई आसमान छू रही है और जरूरी सामान तक मिलना मुश्किल हो रहा है. यही वजह है कि नौसेना प्रमुख ने पाकिस्तानी नौसेना के विस्तार पर आर्श्चय जताया.
नौसेना दिवस से पहले एडमिरल त्रिपाठी राजधानी दिल्ली में सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में नेवी चीफ ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में पाकिस्तान की चुनौतियों को देखते हुए भारतीय नौसेना ने अपनी तैयारियों को ट्विक यानी बदलाव किया है. ऐसे में भारतीय नौसेना किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि हिंद महासागर किसी भी देश की नौसेना के लिए खुला है बर्शते भारत की मेरीटाइम सुरक्षा को खतरा पैदा ना करे.
एडमिरल त्रिपाठी के मुताबिक, पिछले साल (2023) में चीन की पनडुब्बी कराची गई थी और कुछ दिनों बाद वापस लौट गई थी. उसके बाद से चीन की कोई पनडुब्बी हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल नहीं हुई है. (चीन के हर जहाज पर पैनी नजर: Navy चीफ)
हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. 1971 के युद्ध में आज ही के दिन (4 दिसंबर को) भारतीय नौसेना द्वारा पाकिस्तान के कराची पोर्ट पर जबरदस्त हमला किया गया था. 1971 के बांग्लादेश युद्ध में भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राइडेंट के जरिए पाकिस्तानी नौसेना की कमर तोड़ दी थी. भारतीय नौसेना के अटैक से पाकिस्तान पर भारत ने एक निर्णायक विजय हासिल की थी. इस विजय का नतीजा था कि पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे और नए देश बांग्लादेश का जन्म हुआ था. (Navy मेगा प्लान: रफाल मरीन, SSN सबमरीन और 94 नए जहाज)