सोमालियाई समुद्री-लुटेरों ने चीन के एक फिशिंग बोट को हाईजैक कर लिया है. लुटेरों ने बोट को छोड़ने के एवज में फिरौती की डिमांड की है. यूरोप के नेवल फोर्सेज ने बोट को छुड़ाने के लिए ऑपरेशन अटलांटा लॉन्च किया है. हालांकि, इस मामले पर चीन या फिर भारत की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
जानकारी के मुताबिक, चीन के फिशिंग वेसल को एक हफ्ते पहले अपहरण किया गया था. सोमालिया के उत्तर-पूर्वी तट के पास इस घटना को अंजाम दिया गया है. चीन के स्वामित्व वाले एक जहाज पर चालक दल के साथ कुल 18 लोग सवार हैं.
हाईजैक में चौंकाने वाली बात ये है कि बोट की सुरक्षा में लगे गार्ड्स भी हथियारबंद लोगों के साथ मिल गए हैं. ताइवान के झंडे के तहत रजिस्टर्ड इस जहाज का स्थानीय प्रतिनिधित्व पुटलैंड (सोमालिया के एक स्वत्रंत अधिकार वाले क्षेत्र) के एक व्यवसायी द्वारा किया जाता है. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले लाइबेरिया के भी एक जहाज को अपहरण किया गया था जिसमें 15 भारतीय सवार थे.
घटनाक्रम पर चीन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. अफ्रीकी देश जिबूती में चीन का मिलिट्री बेस है. लेकिन फिशिंग वेसल को लेकर क्या चीन की तरफ से कोई ऑपरेशन छेड़ा गया है, इस पर कोई जानकारी साझा नहीं की गई है.
चीन की नौसेना ने भी हिंद महासागर में एंटी-पायरेसी के खिलाफ अपने जंगी जहाज तैनात कर रखे हैं.
जहाज पर क्या है औपचारिक बयान?
यूरोपीय संघ के समुद्री डकैती रोधी नौसैनिक बल, ‘ईयू-नेवल फोर्सेज’ ने जहाज पर हथियारबंद लोगों के होने की पुष्टि की है. गुरुवार को नेवल फोर्सेज ने बयान जारी कर बताया कि चीनी मछुआरों के रेस्क्यू के लिए ‘ऑपरेशन अटलांटा’ छेड़ा गया है.
जानकारी के मुताबिक,जहाज पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं. जहाज पर एके-47 के साथ समुद्री डकैत मौजूद हैं. (https://x.com/EUNAVFOR/status/1865021000133316807)
बताया जा रहा है कि जहाज को किडनैप करने वाले हथियारबंद समूह ने जहाज छोड़ने के एवज में पांच मिलियन डॉलर की फिरौती मांगी है.लेकिन उन्हें एक मिलियन डॉलर की पेशकश की गई है, जिसे हथियारबंद समूह ने लेने से इनकार कर दिया है.
चीनी जहाज का अपहरण, भारतीय नौसेना अलर्ट
भारतीय नौसेना का एरिया ऑफ रेस्पोंसेबेलिटी (एओआर) होने के कारण हिंद महासागर में इंडियन नेवी के युद्धपोत भी यहां तैनात रहते हैं. साथ ही जरूरत पड़ने पर टोही विमान भी यहां लॉन्ग रेंज पैट्रोलिंग करते हैं. लेकिन चीनी बोट की हाईजैकिंग को लेकर फिलहाल, भारतीय नौसेना की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
सोमालिया समुद्री सीमा के करीब समुद्री-लूट की घटना ने एक बार फिर तमाम देशों को अलर्ट कर दिया है. हालांकि पिछले कुछ सालों में अमेरिका, भारत समेत कई देशों के समुद्री गश्त के बाद से ऐसी घटनाओं में कमी आई थी.