कनाडा से भारत आने के लिए वीजा को लेकर लगाई गई शर्तों पर विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ कहा है कि “ये हमारा अंदरूनी मामला है कि हम किसे वीजा दें, और किसे नहीं दें.”
कनाडा की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि खालिस्तानी समर्थकों को भारत आने से पहले भारतीय दूतावास ने ये लिखवाया कि वो लिखकर दें कि ‘खालिस्तानियों से उनका कोई वास्ता नहीं’ और ‘भारत से प्यार’ करता हूं.
यह हमारा अंदरूनी मामला’: भारतीय विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘कनाडा की मीडिया भारत के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चला रही है. वीजा मंजूरी का फैसला हमारा आंतरिक मामला है. यह हमारा अधिकार है, खासकर उनको वीजा देना या न देना, जो हमारे खिलाफ बोलते हैं और हमें खंडित करना चाहते हैं.’
दरअसल कनाडाई मीडिया रिपोर्टों में भारत पर खालिस्तानी आलोचकों को चुप कराने के लिए वीज़ा नहीं देने का आरोप लगाया गया था. जिसके बाद खालिस्तानी समर्थकों ने भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए राजनयिक संबंध तोड़ने और कनाडा में भारतीय उच्चायोग को बंद करने की मांग की है.
पर अब रणधीर जायसवाल ने दो टूक कह दिया है कि ये भारत तय करेगा कि किसे वीजा देना है या नहीं. (https://x.com/airnewsalerts/status/1867536214875943163?s=46)
कनाडा में रह रहे पर भारत से देश प्रेम दिखाने पर दिक्कत क्यों
कनाडा की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत खालिस्तानी समर्थकों से वीजा देने से पहले एक पत्र पर साइन करवाता है. जिसमें खालिस्तानियों को नजरअंदाज करने की शर्त होती है. भारत सिख लोगों से वीजा देने से पहले भारत की एकता और अखंडता को समर्थन देने की बात पर हामी भरवाता है. अगर ऐसा नहीं किया तो वीजा नहीं दिया जाता.
साल 2016 की घटना को आधार बनाया था, जिसमें कहा गया था कि वीजा देने से पहले भारत ने शक के आधार पर उन लोगों से ऐसे दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था जिसमें लिखा था कि “मेरा विश्वास है कि भारत एक महान संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य है और मैं उन आदर्शों का सम्मान करता हूँ जिन पर भारतीय संविधान आधारित है हालांकि, मैं कनाडा में रहता हूँ, फिर भी मैं भारत से प्यार करता हूं, मैं भारत की संप्रभुता और अखंडता में दृढ़ विश्वास रखता हूँ.”
जिस गुरुद्वारे में मारा गया निज्जर, उसी के मुखिया को नहीं मिला था वीजा
दरअसल कनाडा ने विक्रम सिंह संधर नाम के एक सिख को आधार बनाते हुए भारत को घेरने की कोशिश की है. विक्रम सिंह संधर कनाडा के सरे गुरुद्वारे के मुखिया और खालिस्तानी समर्थक हैं. आपको बता दें ये वही सरे गुरुद्वारा है जिसके पास साल 2023 में भारत के मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या की गई थी.
विक्रम सिंह संधर ने दावा किया है कि साल 2016 में भारत आना चाहते थे. पर उसका वीजा कनाडा में स्थित भारत के दूतावास ने वीजा देने से मना कर दिया था.
भारत को खंडित करने और भारत के खिलाफ बोलने वालों को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ तौर पर भारत का रुख बता दिया है. कि अब भारत पहले वाला भारत नहीं है कि भारत के खिलाफ बोलने वालों का स्वागत करे.