गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहे जॉर्जिया में हजारों लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं. जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में एक महीने से सड़कों पर विद्रोह जैसी परिस्थितियां बनी हुई हैं. इस सबके बीच गुडॉरी में स्की रिसोर्ट नाम के एक भारतीय रेस्टोरेंट में 12 लोगों के शव मिले हैं.
रेस्टोरेंट में 12 लोगों की संदिग्ध मौत से जॉर्जिया से सनसनी फैल गई है. किसी के शव पर कोई भी चोट के निशान नहीं हैं. मृतकों में 11 विदेशी जबकि 1 जॉर्जियाई नागरिक है. मौके पर फॉरेंसिक सैंपल लिए गए हैं. बताया जा रहा है कि सभी के शव रिजॉर्ट में उसी जगह पर मिले हैं जहां पर सभी सोए हुए थे. मृतक रिजॉर्ट (रिसोर्ट) के कर्मचारी बताए जा रहे हैं.
भारतीय रिजॉर्ट में ये है 12 की संदिग्ध मौत का कारण ?
जॉर्जिया पुलिस और जांच एजेंसी मौका ए वारदात पर पहुंचीं. हैरानी की बात है कि किसी भी शव पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं है. आशंका जताई जा रही है कि सभी लोगों की मौत किसी मोनोऑक्साइड जैसे खतरनाक गैस के चलते हुए हैं, जो कि रिजॉर्ट के कमरे में लगे जनरेटर से लीक हुई हो.
शुरुआती जांच में मौत की वजह बंद कमरे में लाइट न होने पर जेनरेटर का इस्तेमाल किया गया था. घटना के बाद पहुंचे लोगों ने बिस्तरों के बगल में रखे जेनरेटर को ऑन हुए पाया गया था.घटनास्थल पर पहुंचे फोरेंसिक टीम ने नमूने जुटा जांच के लिए भेज दिए हैं. जॉर्जिया पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया है. (https://x.com/AZ_Intel_/status/1868009612458197400)
जॉर्जियाई आंतरिक मंत्रालय ने जांच के आदेश दिए
गुडॉरी स्की रिसोर्ट जॉर्जिया का काफी प्रसिद्ध रिजॉर्ट है. राजधानी त्बिलिसी से तकरीबन दो घंटे की दूरी पर है. ये अपनी नेचुरल ब्यूटी और स्नो के लिए जाना जाता है. ये रिजॉर्ट पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है. ऐसे में 12 लोगों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. जिसे लेकर जॉर्जिया का आंतरिक मंत्रालय भी गंभीर है.
आंतरिक मंत्रालय फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स से सीधे संपर्क में हैं और लोगों की मौत की वजह पता कर रही है कि क्या वाकई जनरेटर से जहरीली गैस लीक होने की वजह से मौतें हुई हैं या इसके पीछे कोई और वजह है. आपराधिक लापरवाही के एंगल से भी जांच की जा रही है.
राष्ट्रपति के निर्वाचन के बाद से जॉर्जिया में धधक रही है आग
जॉर्जिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मिखाइल कावेलशविली हैं. मिखाइल कावेलशविली एक बड़े फुटबॉलर रहे हैं. ये पहली बार है, जब जॉर्जिया में किसी राष्ट्रपति को सीधे वोट से नहीं, बल्कि निर्वाचन मंडल ने चुना है. दरअसल जॉर्जिया में जॉर्जियन ड्रीम पार्टी, पुतिन समर्थक है.
फरवरी में हुए चुनाव में जॉर्जियन ड्रीम पार्टी के इराकली कोबाखिद्जे प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए, लेकिन जॉर्जिया की दूसरी पार्टी द वे ऑफ जॉर्जिया पार्टी यूरोप समर्थक है और 2018 से अब तक इसी पार्टी की सैलोम जौराबिचविली राष्ट्रपति रही हैं. (यूरोप से किनारा, Georgia में हिंसक प्रदर्शन)
अब सीधे वोटिंग की बजाय निर्वाचन मंडल ने नया राष्ट्रपति भी जॉर्जियन ड्रीम पार्टी (पुतिन समर्थक) के मिखाइल कावेलशविली को चुना है. अब जब सत्ता में पुतिन समर्थक राष्ट्रपति हैं, तो जॉर्जिया के यूरोपियन यूनियन में शामिल होने की राह मुश्किल हो गई है. जिसके बाद ईयू समर्थक लोगों ने राजधानी त्बिलिसी में प्रदर्शन शुरु कर दिया है.राष्ट्रपति के निर्वाचन प्रक्रिया को लोगों ने जॉर्जिया के लिए काला अध्याय बताया है.
मृतकों में 11 भारतीय
सोमवार शाम को त्बिलिसी स्थित भारतीय दूतावास ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि मरने वालों में 11 भारतीय मूल के नागरिक थे. दूतावास के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन की मदद से मरने वालों के पार्थिव शरीर जल्द से जल्द भारत भेजने की तैयारी की जा रही है.