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पौलेंड में Students को आर्म्स ट्रेनिंग, यूक्रेन जैसे हमले का सता रहा खतरा

यूरोप के सबसे सुरक्षित देशों में से एक पौलेंड ने स्कूली बच्चों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेना अनिवार्य कर दिया है. यूक्रेन जैसे हमले के आशंका के चलते पौलेंड को ये कदम उठाना पड़ा है.

पोलैंड पर भी मंडरा रहा है रूस का खतरा. ऐसा इसलिए, क्योंकि यूक्रेन के लंबी दूरी की मिसाइल एटीएएमएएस (अटकैम्स) के हमले के बाद रूस ने नाटो के मददगार देशों को निपटने की धमकी दी है. युद्ध के शुरुआती वक्त से पोलैंड, यूक्रेन का मददगार है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी ऐलान किया है कि सबसे पहले मित्र-देशों में नाटो के ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा. सोवियत काल में पौलेंड, रूस का मित्र-देश था.

नाटो ने रविवार को पोलैंड में जेट विमानों को भेजा ताकि यूक्रेनी ऊर्जा और सैन्य सुविधाओं पर रूस के विनाशकारी हमले का जवाब दिया जा सके. ऐसे में रूसी हमले का खतरा देखते हुए पोलैंड ने अपने . 18 हजार स्कूलों में बच्चों को फायरआर्म ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है. ऐसे में पौलेंड के हर बच्चे को हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेना जरूरी है.

पोलैंड के प्राइमरी स्कूल में हथियारों की ट्रेनिंग अनिवार्य

पोलैंड सरकार ने फैसला लिया है कि प्राइमरी स्कूल के छात्रों को हथियार चलाने में एक्सपर्ट बनाया जाए. पोलैंड सरकार पूरे देश में करीब 18 हजार स्कूलों में सेफ्टी ट्रेनिंग के मकसद से बंदूक समेत तमाम उपकरण मुहैया करा रही है. बताया जा रहा है कि ट्रेनिंग में जिंदा कारतूस की जगह लेजर का इस्तेमाल किया जा रहा है जो हरी रंग की लाइट के जरिए टारगेट हिट होने का संकेत देती है. (https://x.com/KristyTallman/status/1868766330289287462)

वर्तमान चुनौतियों और खतरे के लिए हथियार की ट्रेनिंग जरूरी

पोलिश मंत्रालय ने कहा कि “पौलेंड, युद्ध की शुरुआत से ही यूक्रेन की मदद करने में निर्विवाद नेता और प्रर्वतक है. पोलैंड, यूरोप के सबसे सुरक्षित देशों में से एक होने के बावजूद, रूस के खतरे से डरा है. क्योंकि मास्को, यूक्रेन और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपने युद्ध को आगे बढ़ा रहा है, इसलिए सरकार ने अप्रत्याशित घटनाओं के लिए तैयार रहने के लिए छात्रों को शस्त्र प्रशिक्षण से लैस करने का फैसला किया है.”

पोलिश शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय ने भी कहा है कि “वर्तमान चुनौतियों और खतरों के लिए शिक्षा और शिक्षण सामग्री के लक्ष्यों को राज्य रक्षा से संबंधित मुद्दों, शूटिंग कौशल हासिल करने और शत्रुता के कारण होने वाले खतरों से निपटने के लिए छात्रों को तैयार करने की आवश्यकता है.” 

बच्चों के सिलेबस में शामिल क्लास, कैसे मिल रही ट्रेनिंग?

पोलैंड में शिक्षा सुरक्षा कक्षाएं साल 2023-2024 और 2024-2025 स्कूल वर्षों में शुरू की गई हैं. इस ट्रेनिंग में  छात्र लाइव गोला-बारूद के साथ नहीं बल्कि बॉल गन, एयर गन, छोटे हथियारों की प्रतिकृतियों और लेजर के साथ वर्चुअल या शूटिंग गन के साथ प्रशिक्षण लेते हैं, जहां हरी बत्ती एक सफल हिट का संकेत देती है.

पोलैंड के प्राइमरी स्कूलों में 13 से 14 साल के बच्चे प्रिंसिपल की देखरेख में हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि पोलैंड सरकार को रूस के हमले का खतरा है इसलिए देश में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. 

यूक्रेन के ठीक बगल में है पोलैंड, रूस ने दी है धमकी 

पोलैंड के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के शासन के एक वर्ष के अंदल पोलैंड ने यूक्रेन को 1,300 से अधिक सैन्य उपकरण प्रदान किए हैं, जिनमें हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, टैंक और स्व-चालित तोपखाने प्रणाली शामिल हैं, जिनकी कीमत 4.5 बिलियन यूरो से अधिक है.

रूस के हमले के बाद कीव में बड़े पैमाने पर बिजली कटौती हुई, जिसके बाद नाटो ने रविवार को भी पोलैंड में जेट विमानों को भेजा ताकि यूक्रेनी ऊर्जा और सैन्य सुविधाओं की आपूर्ति की जा सके.

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