Breaking News Geopolitics Indian-Subcontinent

बांग्लादेश से कोई दुश्मनी नहीं: थलसेना प्रमुख

बांग्लादेश के साथ भारत की कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन मौजूदा हालात में बातचीत चुनी हुई सरकार से ही हो सकती है. ये कहना है देश के थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का.

थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने साफ किया है कि बांग्लादेश के साथ किसी भी तरह का कोई ‘द्वेष’ (दुश्मनी की भावना) नहीं है. बल्कि, बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमां के बयान को दोहराते हुए कहा कि हम दोनों ही देश ‘सामरिक-पार्टनर’ हैं.

सेना दिवस से पहले जनरल द्विवेदी राजधानी दिल्ली में सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में सेनाध्यक्ष ने कहा कि पिछले साल अगस्त के महीने में (तत्कालीन) प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता छोड़ने और भारत आने के दौरान, बांग्लादेश की सेना के साथ लगातार संपर्क बना हुआ था.

जनरल द्विवेदी ने हालांकि, साफ किया कि क्योंकि बातचीत चुनी हुई सरकार से ही की जा सकती है, ऐसे में तब तक बांग्लादेशी सेना से वार्ता जारी है.

दरअसल, हाल के दिनों में कुछ ऐसी रिपोर्ट आई थी कि बांग्लादेशी सेना के साथ बॉर्डर पर तनातनी चल रही है. बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) ने बीएसएफ को सीमा पर फैंस (कटीली) तार लगाने को लेकर ऐतराज जताया है. साथ ही बांग्लादेश नए फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर और जंगी जहाज भी खरीदने की तैयारी कर रहा है.

बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की है. भारत का बांग्लादेश के साथ 4096 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है. बांग्लादेश का बॉर्डर दो देशों के साथ ही सटा है. उसमें 90 प्रतिशत से भी ज्यादा भारत से सटा है. महज 270 किलोमीटर लंबा बॉर्डर ही म्यांमार से सटा है.

जनरल द्विवेदी ने हालांकि, साफ किया कि बांग्लादेश सीमा पर कोई ‘अस्थिरता’ या अशांति जैसी स्थिति नहीं है बल्कि बांग्लादेशी सेना के साथ संबंध बेहद मजबूत है. सेना प्रमुख ने ये जरूर बताया कि किन्ही कारणों से दोनों देशों के सालाना साझा युद्धाभ्यास को जरूर टाल दिया गया है.