इस साल गणतंत्र दिवस परेड में इंडोनेशियाई आर्मी की एक टुकड़ी भी कर्तव्य पथ पर कदम ताल करती दिखाई पड़ेगी. क्योंकि 26 जनवरी के समारोह के लिए इस साल इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो चीफ गेस्ट के तौर पर भारत आ रहे हैं. इंडोनेशियाई सैन्य टुकड़ी के साथ ही एक मिलिट्री बैंड भी परेड में शामिल होगा.
इंडोनेशियाई टुकड़ी और मिलिट्री बैंड राजधानी दिल्ली पहुंच चुका है और कर्तव्य पथ पर रिहर्सल में शामिल हो रहा है. हर साल की तरह इस बार भी देश की सशस्त्र सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) के साथ-साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल भी कर्तव्य पथ पर कदम ताल करते दिखाई पड़ेंगे. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1880301380793168153)
वर्ष 2016 से गणतंत्र दिवस परेड में मित्र-देशों की सेनाओं की टुकड़ियां भी भारतीय सैनिकों के साथ मार्च पास्ट में शामिल होती आई हैं. अमूमन जिस देश के राष्ट्राध्यक्ष, चीफ गेस्ट के तौर पर गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होते हैं, उसी देश की सेना की टुकड़ी और मिलिट्री बैंड को ही कर्तव्य पथ पर कदम-ताल के लिए शामिल किया जाता है.
वर्ष 2016 में पहली बार फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी और बैंड ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया था. फ्रांसीसी सेना ने वर्ष 2024 में परेड में शिरकत की थी. वर्ष 2023 में मिस्र की सेना ने हिस्सा लिया था.
फिलीपींस के बाद इंडोनेशिया दूसरा दक्षिण-पूर्व एशियाई (आसियान) देश है जिसने भारत के प्राइम स्ट्राइक वेपन ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.
माना जा रहा है कि इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुबियांतो के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के दौरान, दोनों देशों में ब्रह्मोस मिसाइल पर अहम चर्चा होने जा रही है.