अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनते ही एक्शन में हैं डोनाल्ड ट्रंप. ट्रंप ने एक के बाद एक कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं. अपने पहले ही दिन ट्रंप ने बाइडेन के 78 फैसलों को पलट दिया है. शपथ लेने के कुछ ही देर बाद अपने ओवल दफ्तर पहुंचे ट्रंप ने धड़ाधड़ फाइलों पर हस्ताक्षर किए.
ट्रंप ने लोगों को हैरान करते हुए डब्ल्यूएचओ से अमेरिका को बाहर कर दिया, गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका कर दिया. साथ ही मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी लगाते हुए सेना भेजने का ऐलान किया, जिसके बाद हड़कंप मच गया है.
अवैध प्रवासियों की नो एंट्री, मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी
अवैध प्रवासियों पर सख्त डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. ट्रंप ने प्रशासन से कहा है कि “सभी अवैध प्रवेश को तत्काल रोक दिया जाए. और हम लाखों-करोड़ों आपराधिक विदेशियों को उनके स्थानों पर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाए, उन्हें वहां भेजा जाए जहां से वे आए थे. ओवल ऑफिस में पहुंचे ट्रंप ने इमीग्रेशन और शरण पर कड़े नए प्रतिबंधों को लागू करने के आदेश दिए. अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर सेना भेजेंगे और जन्म आधारित नागरिकता को समाप्त करेंगे.”
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, बाइडेन प्रशासन ने अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले खतरनाक अपराधियों को शरण दी है और उनकी सुरक्षा की है.
ट्रंप प्रशासन ने बंद किया प्रवासियों का एप
डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लिए जाने के कुछ समय बाद उनके प्रशासन ने सीबीपी वन को बंद कर दिया, जो कि अमेरिका में प्रवेश करने की उम्मीद कर रहे प्रवासियों की ओर से इस्तेमाल किया जाने वाला एक फोन एप है.
बाइडेन प्रशासन के दौरान ये एप एक ऐसी प्रक्रिया का हिस्सा था, जिसने लगभग एक मिलियन (10 लाख) प्रवासियों को वैध सीमा क्रॉसिंग से अमेरिका में प्रवेश करने की अनुमति दी थी.
अनुमानित 2.70 लाख प्रवासी मेक्सिको में इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिका में प्रवेश करने के लिए ऐप का इस्तेमाल करेंगे. लेकिन एप को लेकर अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा की वेबसाइट पर वर्तमान में कहा गया है, ”20 जनवरी, 2025 से सीबीपी वन की कार्यक्षमताएं, जो पहले अनडॉक्युमेंटेड विदेशियों को अग्रिम सूचना प्रस्तुत करने और प्रवेश के आठ साउथ वेस्ट बॉर्डर पोर्ट पर अपॉइंटमेंट को शेड्यूल करने की अनुमति देती थीं, अब उपलब्ध नहीं होंगी और मौजूदा अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए गए हैं.”
डब्ल्यूएचओ से बाहर हुआ अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं जिसमें अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) से हटने का निर्देश दिया गया है. इस दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा, “यह बहुत बड़ी बात है.”
अमेरिका वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन को फंड देने वाले सबसे प्रमुख देशों में से एक है. ट्रंप ने कहा कोविड को फैलने से रोकने में नाकाम रहा डब्ल्यूएचओ. अमेरिका के इस संगठन से बाहर निकलने से डब्ल्यूएचओ की फंडिंग में बड़ी कमी आ सकती है. साल 2024-25 के बजट में अमेरिका की ओर से डब्ल्यूएचओ को 662 मिलियन डॉलर की फंडिंग की गई थी.
पेरिस समझौते से हटा अमेरिका, कैपिटल हिल दंगों में माफी
ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते से भी हटने का फैसला किया है. ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जो उनके चुनावी वादे को पूरा करता है. ट्रंप ने कहा, “मैं अनुचित एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते से तुरंत हट रहा हूं.”
डोनाल्ड ट्रंप ने कैपिटल हिल में 6 जनवरी 2021 को हुए दंगों में शामिल करीब 1500 लोगों को माफी देने का आदेश जारी किया है. जिसके बाद दंगों के आरोप में जेल में बंद लोगों को राहत मिल गई है.
डोनाल्ड ट्रंप ने तत्काल प्रभाव से सभी सरकारी कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम होम को रद्द कर दिया. इस आदेश में रिमोट वर्क पूरी तरह से खत्म करने के प्रावधान को मंजूरी दी गई है.