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म्यांमार में विद्रोहियों से समझौता, चीन ने निभाई अहम भूमिका

अमेरिका ने इजरायल और हमास के बीच सीजफायर करवाया तो प्रतिद्वंदी देश चीन ने पड़ोसी देश म्यांमार में पिछले कई महीनों से जारी युद्ध में पूर्वोत्तर क्षेत्र के बड़े इलाके को कंट्रोल करने वाली म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस आर्मी और म्यांमार (जुंटा शासन की) सेना के बीच सीजफायर डील कराई है. चीन की मध्यस्थता में  म्यांमार की सैन्य सरकार और एमएनडीएए ने युद्ध विराम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. 

चीन ने करवाई अशांत म्यांमार में बड़ी डील

म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस आर्मी ने चीन से सटे बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया है और उसकी म्यांमार सेना के साथ झड़प जारी हैं. लगातार हो रही झड़पों के चलते चीन की आतंरिक सुरक्षा खतरे में थी. मध्यस्थ चीन ने बयान जारी करते हुए कहा- “म्यांमार की सैन्य सरकार और म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस आर्मी के बीच सीजफायर पर समझौता हुआ है.” ये समझौता एक साल से भी कम समय में दूसरा ऐसा समझौता है. 

म्यांमार में फैली अस्थिरता से परेशान है चीन 

चीन के विदेश मंत्रालय के अधिकारी माओ निंग ने बयान जारी करते हुए कहा, “हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष युद्ध विराम और शांति वार्ता को बनाए रखेंगे, मौजूदा आम समझ को ईमानदारी से लागू करेंगे, जमीन पर तनाव को कम करने की पहल करेंगे और बातचीत के जरिए प्रासंगिक मुद्दों पर आगे बातचीत और समाधान करेंगे. चीन सक्रिय रूप से वार्ता को बढ़ावा देने और उत्तरी म्यांमार में शांति प्रक्रिया के लिए समर्थन देने के लिए तैयार है.”

दरअसल चीन म्यांमार के सैन्य सरकार का सबसे बड़ा विदेशी सहयोगी है. सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार को हटाने के बाद सत्ता संभाली थी. जिसके बाद देश भर में गृहयुद्ध हुए. चीन के म्यांमार में खास भू-राजनीतिक और आर्थिक हित हैं और अपनी सीमा पर अस्थिरता को लेकर बहुत चिंतित है.  

अराकान आर्मी का है म्यांमार-बांग्लादेश बॉर्डर पर कब्जा 

म्यांमार में बीते कुछ महीने में सियासी हालात तेजी से बदल गए हैं. विद्रोही गुट अराकान आर्मी ने सैन्य जुंटा को हराते हुए रखाइन राज्य में पश्चिमी कमान मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है. इससे उसका म्यांमार के बांग्लादेश से लगने वाले बॉर्डर पर नियंत्रण हो गया है. अराकान आर्मी बॉर्डर पार कर बांग्लादेश के अंदर के इलाकों में हस्तक्षेप कर रही है. इससे तनाव बढ़ा है. 

गौरतलब है कि म्यांमार की सीमा, चीन और बांग्लादेश के साथ-साथ भारत से भी लगती है.