अमेरिका में बाइडेन प्रशासन के जाने से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की शामत आनी तय है. नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यमन के हूती विद्रोहियों को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है.
ट्रंप प्रशासन का ये फैसला पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से हूती संगठन को आतंकवादी संगठन की सूची से हटाने के फैसले को पलट कर किया गया है. हूती संगठन ने इजरायल पर हुए हमास हमले के बाद से लाल सागर में अमेरिकी नेवी और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग पर लगातार हमले किए हैं. हूती उन कमर्शियल जहाजों को भी निशाना बना रहा है, जो इजरायल से जुड़े हुए हैं. इजरायल और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी हूती संगठन एक बड़ा खतरा बन गया है.
हूती एक आतंकवादी हैं: माइक वाल्ट्ज
अमेरिका के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) माइक वाल्ट्ज ने घोषणा करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा, “राष्ट्रपति ट्रम्प ने हूती को विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता से हटाने के बाडेन प्रशासन के भयानक निर्णय को पलट दिया है. हूती आतंकवादी हैं जिन्होंने महीनों तक अमेरिकी नौसेना, अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग और इज़राइल के खिलाफ हमले किए हैं. बहुत हो गया !” (https://x.com/MikeWaltz47/status/1882199441182281767)
बाइडेन प्रशासन ने हूती को आतंकी संगठन से हटा दिया था
बाइडेन प्रशासन ने हूती को आतंकी संगठन की सूची से हटा दिया था ताकि यमन में शांति वार्ता और मानवीय सहायता में रुकावट न आए. लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले को सुरक्षा के लिए के लिए खतरा बताया है और इसे पलटते हुए हूती को एक बार फिर से विदेश आतंकवादी संगठन के तौर पर मान्यता दे दी है.
हूतियों ने अमेरिका के शक्तिशाली एयरक्राफ्ट पर किया था अटैक
इसी महीने की शुरूआत में हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन पर मिसाइलें दागी थी और ड्रोन से हमला करने का दावा किया था. हूतियों से मुकाबले करते हुए अमेरिका नौसेना ने अपने ही लड़ाकू विमान एफ-18 सुपर हार्नेट को मार गिराया था. वहीं हूती विद्रोहियों ने पिछले एक साल में अमेरिका के आधा दर्जन से ज्यादा एमक्यू-9 प्रीडेटर ड्रोन भी मार गिराए हैं. (अमेरिका पर हावी हूती विद्रोही, एयरक्राफ्ट कैरियर पर किया हमला)
हूतियों ने गैलेक्सी लीडर के जहाज के बंधक बने लोगों को छोड़ा
हूतियों पर अमेरिकी एक्शन के बीच 19 नवंबर 2023 को लाल सागर में हूती ने ‘गैलेक्सी लीडर’ नाम के एक इजराइली जहाज को जब्त कर लिया था. गाजा के लिए यमन के सैन्य समर्थन दिखाते हुए हूतियों ने जहाज पर सवाल 25 लोगों को हिरासत में लिया था. सभी लोग एक साल से ज्यादा समय से हूतियों के कब्जे में थे. इस जहाज में इजराइल की बजाए सब विदेशी स्टाफ था, जिसमें ज्यादातर फिलीपींस से थे. सभी को गाजा सीजफायर के बाद रिहा कर दिया गया है. ओमान की मध्यस्थता में ये रिहाई हुई है. (Mossad का पूर्व एजेंट है हाईजैक जहाज का मालिक, लाल सागर में हूती विद्रोहियों की करतूत)