अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर दूसरी बार शपथ-ग्रहण करने के ठीक एक हफ्ते बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की है. दोनों ने वैश्विक शांति और सुरक्षा पर खास तौर से चर्चा की है.
खुद पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर अमेरिका के नए राष्ट्रपति से फोन कॉल की जानकारी दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे समय में ट्रंप से बात की है जब खबर आई है कि अमेरिकी एजेंसियां गुरुद्वारों में छापेमारी कर रही है. इन छापों का मकसद, गुरुद्वारों में छिप हुए अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेजना है.
साथ ही अमेरिका ने भारत-विरोधी बांग्लादेश की नई सरकार को सभी तरह की मदद बंद कर दी है. हालांकि, अमेरिका ने इजरायल और मिस्र को छोड़कर सभी देशों की सहायता तुरंत बंद कर दी है, इसका असर सबसे ज्यादा यूक्रेन और बांग्लादेश जैसे देशों पर पड़ने जा रहा है.
मोदी ने ट्रंप को मित्र कहकर किया संबोधन
पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात करने को लेकर बताया कि “अपने प्रिय मित्र से बात कर प्रसन्न हूं. मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति तो दूसरे ऐतिहासिक कार्यकाल के लिए बधाई दी है.”
मोदी के मुताबिक, “हम (भारत और अमेरिका) पारस्परिक रूप से लाभप्रद और विश्वसनीय साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम अपने लोगों के कल्याण के लिए और वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे.” (https://x.com/narendramodi/status/1883882348439089490)
रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, मोदी और ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी एशिया (इजरायल-हमास युद्ध) पर चर्चा की. इस दौरान, दोनों ने संपर्क में बने रहने और जल्द मिलने की इच्छा भी जताई.
जयशंकर हुए थे शपथ-ग्रहण में शामिल
20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर को खास तौर से आमंत्रित किया गया था. यहां तक की समारोह के दौरान, जयशंकर को पहली कतार में बैठने की जगह दी गई थी.
ट्रंप की शपथ अगले दिन ही भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया था. जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों के साथ हुई मीटिंग के बाद क्वाड के साझा बयान में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की विस्तारवादी नीतियों को लेकर कड़ा प्रहार किया गया था.