भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में रचने वाले हैं इतिहास. वायुसेना के पायलट शुभांशु शुक्ला ने स्पेस मिशन की कमान संभाल ली है. शुभांशु को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक्सिओम मिशन 4 का पायलट नियुक्त किया है.
गुरुवार को नासा ने घोषणा की है कि कुछ ही दिनों में इस मिशन को शुरु किया जाएगा. नासा के इस प्रोग्राम के लिए चुने गए शुभांशु शुक्ला मिशन गगनयान जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं. टीएफए ने आपको पहले ही बताया था कि वायुसेना के चुने गए अंतरिक्षयात्री को किस तरह की कड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं. गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन के 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है.
राकेश शर्मा के बाद शुभांशु शुक्ला रचेंगे इतिहास, ऐतिहासिक पल
एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के साथ तीन अन्य देश के लोग अंतरिक्ष जाएंगे. अमेरिकी स्पेस कंपनी एक्सिओम के मिशन के लिए ये सभी अंतरिक्ष जाएंगे. सभी स्पेस यात्रियों को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का एक रॉकेट आईएसएस (अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन) लेकर जाएगा. शुभांशु कुछ दिनों तक अंतरिक्ष में रुक कर रिसर्च करेंगे और फिर धरती पर लौटेंगे.
मैं उत्सुक हूं, स्पेस में योगासन भी करूंगा: ग्रुप कैप्टन शुभांशु
लखनऊ के रहने वाले शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला भी सेना से रिटायर्ड अधिकारी हैं. मिशन पर जाने से पहले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा- “मैं ‘भारतवासियों’ के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए उत्सुक हूं. मैं अपने अंतरिक्ष यान पर देश का प्रतिनिधित्व करने वाली कुछ चीजें ले जाने का प्लान कर रहा हूं. ऑर्बिटल लैब में योगासन करने की इच्छा है. मैं इंडियन फूड ले जारूंगा और मिशन में अपने साथियों को खिलाऊंगा.”
क्या है एक्सिओम मिशन जिसपर जा रहे हैं भारतीय एयरफोर्स पायलट
अमेरिकी निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम के चौथे मिशन के पायलट चुने गए हैं शुभांशु शुक्ला. शुभांशु स्पेसक्राफ्ट के जरिए एक अमेरिकी, एक हंगेरियन और एक पोलिश अंतरिक्ष यात्री को लेकर जाएंगे. नासा के इस मिशन का अगुवाई पूर्व वैज्ञानिक पेगी व्हिस्टन करेंगी. एक्सिओम के इस मिशन से लिए मस्क की कंपनी स्पेसएक्स क्रूड्रैगन स्पेसक्राफ्ट देगी. नासा के लॉन्च सेंटर से सभी अंतरिक्षयात्रियों को स्पेस में भेजा जाएगा. एक्सिओम का यह मिशनक्राफ्ट अंतरिक्ष में जाकर शुभांशु शुक्ला और बाकी तीन यात्रियों को आईएसएस के कोलंबस मॉड्यूल में छोड़ देगा. यहाँ वह लगभग 14 दिन तक रहेंगे और रिसर्च करेंगे. इसके बाद वापस जमीन पर लौटेंगे.
इसरो के गगनयान के लिए नामित हैं वायुसेना पायलट शुभांशु
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के बेहतरीन पायलट हैं. एक कॉम्बैट लीडर और अनुभवी टेस्ट पायलट के रूप में शुभांशु शुक्ला के पास सुखोई 30, मिग 21, मिग 29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एन 32 समेत कई विमानों की उड़ान का अनुभव है. शुभांशु शुक्ला प्रमोट होकर ग्रुप कैप्टन हैं. शुभांशु शुक्ला भारत के अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री के तौर पर नॉमिनेटेड हैं. शुभांशु शुक्ला के अलावा ग्रुप कैप्टन प्रशांथ बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन ने भी ट्रेनिंग ली है. पिछले साल पीएम मोदी ने वायुसेना के चारों जांबाज पायलट्स से मुलाकात की थी.