अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये कहकर सनसनी फैला दी है कि कनाडा, मैक्सिको और चीन के बाद यूरोपीय यूनियन (ईयू) पर भी टैरिफ लगाने का विचार कर रहे हैं. वहीं ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएस) माइक वाल्ट्ज ने रक्षा बजट ना बढ़ाने को लेकर नाटो देशों की खिंचाई की है.
टैरिफ लगाने की चेतावनी देते हुए ट्रंप ने कहा है कि यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने अमेरिका का फायदा उठाया है. ट्रंप के मुताबिक, “अमेरिका, हर देश से घाटे में हैं. अमेरिका को हर किसी ने धोखा दिया है.”
ईयू वाले अमेरिका से कुछ नहीं खरीदते हैं: डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका की टैरिफ वॉर में अगले टारगेट पर है यूरोपीय यूनियन. अपने ओवल दफ्तर में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “ईयू हमारी कार नहीं लेते हैं, हमारे कृषि उत्पादों को नहीं खरीदते हैं. अमेरिका से वो कुछ नहीं लेते हैं. जबकि हम उनसे लाखों कारें, खाद्य सामग्रियां, कृषि उत्पादों तक सब कुछ लेते हैं.”
ट्रंप ने कहा, “विश्व के लगभग हर देश ने अमेरिका को धोखा दिया है. हम लगभग हर देश के साथ घाटे में हैं और ये ठीक नहीं है, इसलिए ये सब हम बदलने वाले हैं.”
पत्रकारों से बोले ट्रंप, ‘राजनीतिक उत्तर चाहिए या सही जवाब लेंगे’
पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि क्या वह ईयू पर टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं. इस पर ट्रंप ने कहा कि “क्या मैं यूरोपीय यूनियन पर टैरिफ लगाने जा रहा हूं? क्या आपको इसका सही जवाब चाहिए या फिर पॉलिटिकल जवाब? यूरोपियन यूनियन ने हमारे साथ बुरी तरह सुलूक किया है.” पत्रकारों ने ये भी पूछा कि कब तक ईयू पर टैरिफ लगाया जाएगा, तो ट्रंप ने जवाब दिया कि “कोई समय सीमा नहीं है, लेकिन ये बहुत जल्द लगाया जाएगा.”
ट्रंप के बयान पर यूरोपियन यूनियन ने क्या कहा?
ईयू ने ट्रंप के टैरिफ बढ़ाए जाने की आलोचना करते हुए चेतावनी दी है कि अगर यूरोपीय संघ को टारगेट किया गया तो वो भी अमेरिका को जवाब देगा, क्योंकि ये कदम वैश्विक व्यापार को प्रभावित करता है.
ईयू के प्रवक्ता ने कहा,”यूरोपीय संघ को अमेरिका के कनाडा, मैक्सिको और चीन पर शुल्क लगाने के फैसले पर खेद है. शुल्क लगाने से आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है और महंगाई में इजाफा होता है, जिससे सभी पक्षों को नुकसान पहुंचता है. यदि अमेरिका यूरोपीय उत्पादों पर शुल्क लगाता है, तो ईयू किसी भी अनुचित या मनमाने शुल्क के खिलाफ सख्त प्रतिक्रिया देगा.”
ईयू के प्रवक्ता ने कहा, “अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार और निवेश संबंध दुनिया में सबसे बड़े हैं, और यह संबंध बहुत महत्वपूर्ण है.”
पहले कार्यकाल में भी ट्रंप-ईयू में हुई थी तनातनी
साल 2018 में राष्ट्रपति पद पर रहते हुए ट्रंप ने यूरोपियन यूनियन से इंपोर्ट होने वाले एल्यूमिनियम स्टील पर टैरिफ लगा दिया था. इसके बाद ईयू ने भी व्हिस्की और मोटरसाइकिल सहित अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाया था.
गौरतलब है कि ईयू में 28 संप्रभु देश शामिल है. यूरोपियन यूनियन का मुख्यालय बेल्जियम के ब्रुसेल्स में है.
नाटो देशों को भी सहनी होगी तपिश
अमेरिकी एनएसए माइक वाल्ट्ज के मुताबिक, दस साल पहले (ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान) नाटो देशों को रक्षा बजट, जीडीपी का 02 प्रतिशत करने का आह्लवान किया था. लेकिन आज तक आधे नाटो देशों ने ऐसा नहीं किया है. वाल्ट्ज के मुताबिक, ऐसे देशों को खामियाजा भुगतना पडे़गा.
वाल्ट्ज ने कहा कि यूरोप इस वक्त (रूस-यूक्रेन) जंग से जूझ रहा है. ऐसे में नाटो देशों को रक्षा बजट 05 प्रतिशत कर देना चाहिए ताकि जंग का भार उठाया जा सके. (https://x.com/MikeWaltz47/status/1885781122413392299)
यूरोप के कुल 44 देशों में से 30 देश, नॉर्थ टलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) का हिस्सा हैं. नाटो, एक मिलिट्री गठबंधन है जिसकी अगुवाई अमेरिका करता है. यूक्रेन जंग में एकाध देश को छोड़कर पूरा नाटो, रूस के खिलाफ मोर्चो खोले हुए है.