क्या अमेरिका का 51वां राज्य बनने के लिए कनाडा कर रहा है मंथन. क्या कनाडा ट्रंप के ऑफर को गंभीरता से ले रहा है. क्या वाकई 30 दिनों की टैरिफ की फौरी मोहलत के पीछे अमेरिका के राज्य बनने वाली डील है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी ट्रंप के प्रस्ताव को हल्के में नहीं ले रहे बल्कि इसे वास्तविक मानकर चल रहे है. क्योंकि कनाडा के कार्यवाहक पीएम जस्टिन ट्रूडो ने लेबर नेताओं के साथ बंद कमरे में बातचीत की है, जिसमें ट्रूडो ने बताया है कि कनाडा को अमेरिकी राज्य बनाने के ट्रंप के प्रस्ताव में सच्चाई है. बंद कमरे में की गई ये टिप्पणी गलती से ट्रूडो ने लाउडस्पीकर पर कह दी.
बंद करने में ट्रंप के ऑफर पर ट्रूडो का कबूलनामा
शुक्रवार को बिजनेस और लेबर नेताओं के साथ बंद कमरे में एक मीटिंग की गई थी. इस मीटिंग में इस बात पर चर्चा की गई कि कनाडा से खरीदी वस्तुओं पर शुल्क लगाने की ट्रंप की धमकी का बेहतर तरीके से कैसे जवाब दिया जाए. गलती से लाउडस्पीकर पर ट्रूडो ने कहा, “अमेरिका हमारे संसाधनों और हमारे पास उपलब्ध संसाधनों से बहुत परिचित है और उनसे लाभ उठाना चाहता है. लेकिन ट्रंप के मन में यह बात है कि ऐसा करने का सबसे आसान तरीका हमारे देश को अपने में मिला लेना है और यह एक सच बात है.”
कनाडा को अमेरिका ने दी है 30 दिन की रियायत
हाल ही कनाडाई कार्यवाहक पीएम जस्टिन ट्रूडो के इमोशनल कार्ड खेले जाने के बाद ट्रंप ने टैरिफ लगाए जाने को लेकर 30 दिनों की छूट दी है. इसी को लेकर आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठक की गई थी. ट्रूडो ने बैठक की शुरुआत में बिजनेस और लेबर नेताओं से कहा कि अगर ट्रंप टैरिफ लगाते हैं तो कनाडा भी उसी तरीके से जवाब देगा, लेकिन उनका लक्ष्य हमेशा यही रहेगा कि टैरिफ को जल्द से जल्द हटाया जाए.
ट्रूडो ने कहा, “हमें अभी इस बात पर सोचना है कि अगले चार सालों में किस तरह हम आगे बढ़ें, तरक्की करें, मजबूत बनें और अमेरिका के साथ लंबे समय तक राजनीतिक परिस्थिति में भी किस प्रकार चुनौती का सामना करें.” (https://x.com/BeautifulCana1/status/1887967121964994637)
ट्रूडो ने की है टैरिफ लगाने की घोषणा, बनाना चाहते हैं 51वां राज्य
अमेरिका में आ रहे कनाडाई सामानों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है. ट्रंप ने कहा है कि कनाडा अपनी सीमा से अमेरिका में ड्रग्स की तस्करी और प्रवासियों को रोकने में नाकामयाब रहा है. इसके अलावा जब ट्रंप चुनाव जीते थे, तो ट्रंप के साथ डिनर टेबल पर मौजूद ट्रूडो से उन्होंनें कहा था कि अगर कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बन जाता है, तो आर्थिक तौर पर कनाडाई लोगों को राहत मिलेगी, क्योंकि अमेरिका कनाडा को अब पैसे नहीं देगा और उच्च टैरिफ से आर्थिक झटका भी देगा.