जम्मू के अखनूर में लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलओसी पर हुए धमाके में दो सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए हैं, जबकि एक जवान गंभीर तौर से घायल हुआ है.
माना जा रहा है कि संदिग्ध आतंकियों ने गश्त वाली जगह आईईडी छिपाया हुआ था. सेना के मुताबिक, अखनूर सेक्टर के लालेली बाड़ के पास सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. इस दौरान जोरदार धमाका हुआ. इस घटना से एक दिन पहले भी सोमवार को राजौरी जिले में एलओसी पर गोलीबारी में सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. जवान नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में अग्रिम चौकी पर तैनात था, तभी उसे गोली लग गई. बताया जा रहा है कि फायरिंग सीमा पार (पाकिस्तान) से की गई थी.
आईईडी धमाके पर सेना ने क्या जानकारी दी?
सेना की व्हाइट नाइट कोर (16 वीं कोर) ने जानकारी देते हुए बताया है कि, “अखनूर सेक्टर के लालेली में बाड़ के पास गश्त के दौरान संदिग्ध आईईडी विस्फोट की सूचना मिली, जिसके परिणामस्वरूप दो जवान वीरगति को प्राप्त हो गए. हमारे सैनिकों ने पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी है और तलाशी अभियान जारी है. व्हाइट नाइट कोर दो वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करता है और श्रद्धांजलि देता है.”
अखनूर के एक गांव में मिला मोर्टार शेल
आईईडी ब्लास्ट के अलावा जम्मू के अखनूर सेक्टर में एक मोर्टार शेल भी मिला है, जिसे बम डिस्पोजल स्क्वायड ने निष्क्रिय कर दिया. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, अखनूर के नामंदर गांव के पास प्रताप नहर में स्थानीय लोगों ने मोर्टार शेल देखा. जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद बम डिस्पोजल स्क्वायड को बुलाया गया और मोर्टार शेल को निष्क्रिय किया गया.
4 फरवरी को बैट हमला नाकाम किया गया
पिछले चार साल से शांत बैठे पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी पर अपना पुराना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. नियंत्रण रेखा (एलओसी) के कृष्णा घाटी सेक्टर में 4 फरवरी की रात को पाकिस्तानी बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) ने भारतीय सेना की चौकी पर हमला करने की साजिश रची थी. पहले लैंड माइन ब्लास्ट और फिर भारतीय सेना की कार्रवाई में बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी बैट टीम के सात सदस्यों की जान चली गई. इसके चलते बैट टीम का हमला विफल कर दिया गया.
कुपवाड़ा-बारामूला में मिला था हथियारों का जखीरा
कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास करनाह इलाके में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने सोमवार को हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया था.
सेना और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने इलाके में हथियार और गोला-बारूद की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद करनाह तहसील के बड़ी मोहल्ला अमरोही में तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान सुरक्षा बलों ने एक एके 47 राइफल, एक एके मैगजीन, एक सैगा एमके राइफल, एक सैगा एमके मैगजीन और 12 राउंड बरामद किए थे.
इस बरामदगी के कुछ दिनों पहले बारामूला में भी तलाशी अभियान के दौरान देवदार पेड़ के खोखले में छिपाए गए हथियार भी रिकवर किया गया था. पेड़ में 3 एके-47 राइफल, 11 मैगजीन, 292 कारतूस, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, नौ ग्रेनेड और कई हैंड ग्रेनेड छिपाए गए थे.
जम्मू-कश्मीर में लौटी शांति से पाकिस्तान में कुलबुलाहट है, हर दिन कोई साजिश रच रहा है, आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षाबल के सक्रियता के चलते पाकिस्तान की हर साजिश फेल की जा रही है.