रूस-यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर पिछले 24 घंटे में बड़ा घटनाक्रम हुआ है. “किसी भी दिन यूक्रेन, रूस का हो जाएगा” वाले बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एक बार फिर से लंबी बातचीत की है. पुतिन ने बात करने के बाद ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी फोन किया है. ट्रंप ने पुतिन से की गई बात को लंबी और प्रोडक्टिव (सकारात्मक) बताया है. ट्रंप ने रूस की यात्रा करने पर भी सहमति जताई है, तो पुतिन को भी अमेरिका आने के लिए न्योता दिया है.
ट्रंप की पुतिन-जेलेंस्की से बातचीत युद्ध समाप्ति के लिए बेहद अहम मानी जा रही है. माना जा रहा है कि ट्रंप ने युद्ध रोकने का फॉर्मूला तैयार कर लिया है. यूक्रेन में अमेरिकी रक्षा सचिव (रक्षा मंत्री) पीट हेगसेथ नाटो और यूक्रेन रक्षा संपर्क समूह की पहली यात्रा पर हैं. रक्षा सचिव ने यूक्रेन को सीधे तौर पर कहा है कि “उसे नाटो में शामिल होने का सपना छोड़ देना चाहिए”. यानि अमेरिकी रक्षा मंत्री का ये बयान रूस की उस शर्त को पूरा करता है, जो पुतिन ने युद्ध रोकने के समझौते में शामिल किया है.
हमने युद्ध रोकने पर चर्चा की: डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन के साथ हुई बातचीत को अपने सोशल मीडिया पर साझा किया है. ट्रंप ने लिखा- “अभी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर मेरी एक लंबी और सार्थक बातचीत हुई. हमारे बीच दोनों देशों की ताकत और भविष्य में साथ मिलकर काम करने के फायदों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि सबसे पहले रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही लाखों मौतों को रोका जाना चाहिए. हमने यूक्रेन, मिडिल ईस्ट, एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डॉलर की ताकत और कई अन्य विषयों पर चर्चा की. हम दोनों ने अपने देशों के महान इतिहास और द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका और रूस की संयुक्त सफलता को याद किया. हमने उन लाखों लोगों को भी याद किया जो इस युद्ध में मारे गए थे. रूस ने करोड़ों नागरिकों को खोया और हमने भी बड़ी संख्या में अपने नागरिक गंवाए.”
ट्रंप करेंगे रूस का दौरा, पुतिन करेंगे अमेरिका का दौरा
डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि हम दोनों ने एक-दूसरे के देशों की यात्रा करने पर सहमति जताई है.ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बातचीत के बारे में लिखा, “जैसा कि हम दोनों ने सहमति जताई, हम रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही लाखों मौतों को रोकना चाहते हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने मेरे मजबूत चुनावी नारे ‘कॉमन सेंस’ का भी इस्तेमाल किया. हम दोनों इस पर विश्वास करते हैं और हम बहुत ही करीबी से मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं, जिसमें एक-दूसरे के देशों की यात्रा भी शामिल है.”
पुतिन से बातचीत के बाद ट्रंप ने की जेलेंस्की से बात
जेलेंस्की ने अपने सोशन मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप से हुई बातचीत के बारे में बताया है. जेलेंस्की लिखते हैं कि- “मैंने डोनाल्ड ट्रंप के साथ सार्थक बातचीत की. हमने शांति प्राप्त करने के अवसरों के बारे में लंबे समय तक बात की, टीम स्तर पर एक साथ काम करने की हमारी तत्परता और यूक्रेन की तकनीकी क्षमताओं पर चर्चा की, जिसमें ड्रोन और अन्य उन्नत उद्योग शामिल हैं. मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आभारी हूं कि हम साथ में काम कर सकते हैं. इसमें उन्होंने दिलचस्पी दिखाई है. हमने सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट के साथ अपनी चर्चा और सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और संसाधन साझेदारी पर एक नए डॉक्यूमेंट की तैयारी के बारे में भी बात की. यूक्रेन से ज़्यादा कोई भी शांति नहीं चाहता. अमेरिका के साथ मिलकर, हम रूसी आक्रामकता को रोकने और एक स्थायी, विश्वसनीय शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने अगले कदमों की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. जैसा कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, चलो इसे पूरा करते हैं. हम आगे संपर्क बनाए रखने और आगामी बैठकों की योजना बनाने पर सहमत हुए हैं.”
ट्रंप ने बनाई टीम, वार्ता टीम में कौन शामिल?
ट्रंप और पुतिन ने अपनी बातचीत में तुरंत शांति वार्ता शुरू करने के लिए अपनी-अपनी टीमों को निर्देश देने पर भी सहमति जताई. ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वॉल्ट्ज और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को इस वार्ता की जिम्मेदारी सौंपी है. ट्रंप ने विश्वास जताया कि यह वार्ता सफल होगी.