जर्मनी में हुए चुनावों में जीत का परचम लहराने वाले फ्रेडरिक मर्ज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खूब खरी खोटी सुनाई है. सत्ता संभालने से पहले फ्रेडरिक मर्ज ने कहा है कि, “अमेरिका ने अपने सहयोगियों से मुंह मोड़ लिया है, ऐसे संवेदनशील वक्त में यूरोप को अपनी रक्षा क्षमताएं बढ़ानी होगी.अमेरिका फर्स्ट’ बनाने की बात कहने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने ‘अमेरिका अलोन’ बना दिया है.”
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की डील, यूरोप को अस्वीकार्य: फ्रेडरिक मर्ज
अमेरिकी और रूस की बढ़ती नजदीकी से आशंकित है यूरोपियन देश. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने वाशिंगटन जाकर रूस-यूक्रेन युद्ध की डील पर सवाल खड़े किए तो जर्मनी के बनने वाले नए चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने भी ट्रंप के प्रयासों को भटकाने वाला करार दिया है. रूस के साथ दोस्ती बढ़ाने के चक्कर में यूरोप से दूरी बनाने की ट्रंप की नीति पर फेडरिक मर्ज ने करारा वार किया है.
फ्रेडरिक मर्ज ने कहा, “हमारे सामने सबसे बड़ी चिंता यकीनन यूक्रेन को लेकर रूस के साथ ट्रंप की डील करने के प्रयासों को लेकर है. इसमें कोई हैरानी नहीं होगी जब मैं ये कहूं कि यह यूक्रेन और यूरोप दोनों के लिए अस्वीकार्य होगा. जो लोग ‘अमेरिका फर्स्ट’ को तवज्जो देते हैं, वे असल में ‘अमेरिका अलोन’ के रास्ते पर चल रहे हैं.” (https://x.com/CGTNEurope/status/1894130409400930628)
फ्रेडरिक मर्ज को क्यों कहा गया अमेरिकी चांसलर?
चांसलर ओल्फ स्कॉल्ज की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी को करारी शिकस्त देने वाले फेडरिक मर्ज, अमेरिकन नीति के फैन हैं. चुनाव के दौरान कहा ये भी गया था कि अगर मर्ज चुनाव जीत जाते हैं तो वो जर्मनी के अमेरिकी चांसलर होंगे. अपने जीवन में 100 से अधिक बार अमेरिका जा चुके हैं और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को वह अपना आदर्श मानते हैं.
2009 में सक्रिय राजनीति छोड़ने का फैसला किया. राजनीति से दूरी बना चुके फ्रेडरिक ने लॉ और फाइनेंस में करियर बनाया. लेकिन 2018 में एंजेला मर्केल की रिटायरमेंट के बाद फ्रेडरिक मर्ज एक बार फिर राजनीति में लौटे.
ट्रंप जैसी सोच रखते हैं फ्रेडरिक मर्ज
फ्रेडरिक मर्ज और डोनाल्ड ट्रंप में एक बड़ी समानता है. मर्ज भी ‘नेशन फर्स्ट’ की सोच रखते हैं. अवैध अप्रवासियों और ड्रग्स के खिलाफ ट्रंप की तरह ही रवैया है. चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि अवैध प्रवासियों को देश से बाहर करेंगे और जर्मनी में गांजे पर प्रतिबंध लगाएंगे, जिसे साल 2023 में सरकार ने हटा दिया था. मर्ज ने कहा, “अमेरिका और रूस की तरफ से आ रहीं चुनौतियों के सामने यूरोप को एकजुट करना उनकी प्राथमिकता है. हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका ये समझेगा कि यूरोप के साथ बने रहने में अमेरिका का भी भला है.” (शांति का मतलब आत्मसमर्पण नहीं, मैक्रों ने ट्रंप को टोका)