समुद्री-सीमाओं की प्रहरी, इंडियन कोस्टगार्ड के बेड़े में जल्द 66 अलग-अलग तरह की फास्ट पेट्रोल बोट और एयर कुशन वाहन जुड़ने जा रहे हैं. खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात की घोषणा की है.
मंगलवार को राजधानी दिल्ली में भारतीय तटरक्षक बल के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि सुरक्षित और समृद्ध भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब देश की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो और सेनाएं सशक्त हों.
राजनाथ सिंह के मुताबिक, यही वजह है कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारतीय तटरक्षक बल को 9,676.70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले बजट से 26.50 प्रतिशत अधिक है.
रक्षा मंत्री के मुताबिक, आईसीजी का डिफेंस बजट आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. साथ ही तटरक्षक बल को मजबूत बनाने के लिए 14 फास्ट पेट्रोल वेसल, छह (06) एयर कुशन वाहन, 22 इंटरसेप्टर बोट्स, छह नेक्स्ट जेनरेशन ऑफशोर पेट्रोल वेसल और 18 नेक्स्ट जेनरेशन फास्ट पेट्रोल वेसल की खरीद को मंजूरी दी गई है.
इंडियन कोस्टगार्ड, दुनिया की कुशल समुद्री-सेनाओं में से एक
रक्षा मंत्री ने दीक्षांत समारोह में तटरक्षक बल के कर्मियों को 32 वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा पदक प्रदान किए. इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि आईसीजी एक मजबूत, भरोसेमंद और दुनिया की सबसे कुशल समुद्री सेनाओं में से एक बन गई है.
रक्षा मंत्री ने कोस्टगार्ड को पारंपरिक और अपारंपरिक खतरों के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया. रक्षा मंत्री ने तटीय सुरक्षा, संगठनात्मक दक्षता, मादक पदार्थों की जब्ती, बचाव अभियान और अंतरराष्ट्रीय अभ्यास सुनिश्चित करने में कोस्टगार्ड के जवानों के प्रयासों की सराहना की. (https://x.com/IndiaCoastGuard/status/1894329161659158688)
पिछले एक साल में 115 समुद्री लुटेरों को धरा, 37 हजार करोड़ की ड्रग्स की जब्त
पिछले एक साल में, आईसीजी ने समुद्री सुरक्षा, संरक्षा और मानवीय कार्यों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं. इस दौरान 14 नावों और 115 समुद्री लुटेरों को पकड़ा गया. साथ ही लगभग 37 हजार करोड़ रुपये कीमत के मादक पदार्थ जब्त किए. इसके अलावा, आईसीजी ने विभिन्न बचाव कार्यों के माध्यम से 169 लोगों की जान बचाई और 29 गंभीर रूप से घायल लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की.
रक्षा मंत्री ने इन उपलब्धियों को केवल आंकड़े नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति आईसीजी के साहस और समर्पण की कहानी बताया. उन्होंने कहा कि समुद्री सीमाओं पर सतर्क रहकर आईसीजी न केवल अवैध घुसपैठ को रोकता है, बल्कि भारत की संप्रभुता और आंतरिक सुरक्षा को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में भी मदद करता है.