पिछले तीन साल में रूस-यूक्रेन जंग 25 लाख घर तबाह हुआ हैं और 17.60 हजार करोड़ डॉलर यानी 15 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. टैंक, मिसाइल, और तोप के गोलों से पूरी तरह तबाह हो चुके यूक्रेन के पुनर्बहाली और पुनर्निर्माण में अगले एक दशक में 52.40 हजार करोड़ डॉलर (करीब 46 लाख करोड़) से अधिक खर्च होने का अनुमान है. ये आकलन, संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध के कारण हुए नुकसान के बाद लगाया है.
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने वर्ल्ड बैंक, यूरोपीय संघ (ईयू) और यूक्रेन की सरकार की मदद से युद्ध-ग्रस्त यूक्रेन पर रैपिड डैमेज एंड नीड एस्सेमेंट (आरडीएनए4) नाम की एक रिपोर्ट रिलीज की है.
93 प्रतिशत एनर्जी सेक्टर नष्ट
यूएन के मुताबिक, जंग के कारण यूक्रेन के रिहायशी इलाके, ट्रांसपोर्ट, ऊर्जा, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और शैक्षणिक संस्थानों को जबरदस्त नुकसान हुआ है. यूक्रेन के करीब 25 लाख घर ही अकेले तबाह हो गए हैं. यानी यूक्रेन के 13 प्रतिशत घर नष्ट हो चुके हैं.
साथ ही ऊर्जा क्षेत्र में 93 प्रतिशत नुकसान हुआ है. जिन बेहद अहम एनर्जी सेक्टर को नुकसान हुआ है उसमें पावर जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध की विभीषिका में सबसे ज्यादा बुजुर्ग और दिव्यांग लोग हुए हैं. फरवरी 2022 यानी जब से रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था, तब से लेकर दिसंबर 2024 तक युद्ध के कारण तीन लाख से ज्यादा लोग दिव्यांग हो चुके हैं. ये तीन लाख वे लोग हैं जो जंग में घायल हुए हैं.
यूएन के मुताबिक, यूक्रेन की राजधानी कीव सहित, खारकीव, खेरसोन, दोनेत्स्क, लुहांस्क और जपोरिजिया में कुल नुकसान का 72 प्रतिशत हुआ है. खास बात ये है कि दोनेत्स्क, लुहांस्क और जपोरिजिया, वे इलाके हैं जो रूस ने पिछले तीन साल में यूक्रेन से छीन कर अपने फेडरेशन में शामिल कर लिए हैं.
पुनर्निर्माण के लिए अगले एक दशक में चाहिए 45 लाख करोड़
यूएन के मुताबिक, यूक्रेन के पुनर्निर्माण में देश की जीडीपी का 2.8 प्रतिशत खर्च आएगा. पिछले साल यानी 2023 में यूक्रेन में जो नुकसान का आकलन किया गया था, वो 152 बिलियन डॉलर था, जबकि 2024 में ये नुकसान 176 बिलियन डॉलर हो गया था. यानी पिछले साल 2023 के मुकाबले 8 प्रतिशत ज्यादा नुकसान हुआ. ऐसा इसलिए, क्योंकि जंग अभी भी जारी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की सरकार और सहयोगी-देशों ने पुनर्निर्माण के लिए वर्ष 2025 के लिए 7.37 बिलियन डॉलर का अनुदान दिया है. ये रकम हाउसिंग, ट्रांसपोर्ट, एनर्जी, वाटर सप्लाई, एजुकेशन, हेल्थ, बारूदी सुरंग साफ करने और सामाजिक-सुरक्षा में खर्च की जाएगी. बावजूद इसके अभी भी 9.96 बिलियन डॉलर की कमी है.
आरडीएनए रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले दस साल में हाउसिंग सेक्टर के लिए 84 बिलियन डॉलर की जरूरत होगी. ट्रांसपोर्ट सेक्टर को 78 बिलियन डॉलर, एनर्जी के लिए 88 बिलियन डॉलर, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के लिए 64 बिलियन डॉलर और कृषि क्षेत्र के लिए 55 बिलियन डॉलर.
मलबे को साफ करने में लगेंगे 13 बिलियन डॉलर खर्च: यूएन रिपोर्ट
रिपोर्ट में बताया गया है कि अकले मलबे को साफ करने और उसके रखरखाव के लिए ही 13 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा. ऐसा इसलिए, क्योंकि जंग के कारण बिल्डिंग, सड़क, पुल और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह जमींदोज हो चुका है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, ऐसे में यूक्रेन को फिर से खड़ा करने में प्राइवेट सेक्टर की सख्त जरूरत होगी. संयुक्त राष्ट्र ने रिपोर्ट में यूएनडीपी (यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम) द्वारा यूक्रेन में किए जा रहे विकास के कार्यक्रमों की भी जानकारी दी है.
रिपोर्ट के जरिए यूक्रेन सरकार ने बताया कि वर्ष 2024 में कुल 2000 किलोमीटर सड़क, हाईवे और राष्ट्रीय मार्गों की मरम्मत की गई. साथ ही 1.2 बिलियन डॉलर को हाउसिंग सेक्टर में खर्च किया गया.