पहलगाम में हुए नरसंहार का बदला लेने की मांग की जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी हों या अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हों या एस जयशंकर पाकिस्तान, आतंकियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ अपना सीधा संदेश दे चुके हैं. जिसके बाद पाकिस्तान में डर है कि भारत एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक न कर दे.
कांप रहे पाकिस्तान को अब युद्ध का डर सताने लगा है. पाकिस्तान ने अपनी सेनाओं को हाईअलर्ट कर दिया है. एलओसी पर पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है, साथ ही जवानों को बंकर के अंदर रहकर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं.
पानी रोकना युद्ध जैसा माना जाएगा: शहबाज शरीफ
पाकिस्तान सरकार की एनएससी की बैठक में भारत की ओर से की गई कार्रवाई पर चर्चा की गई. इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के लिए गए फैसलों की निंदा करते हुए कहा कि, “पानी 24 करोड़ लोगों की लाइफलाइन है, इसे रोकना युद्ध जैसा माना जाएगा, पानी रोकना भारत का एकतरफा फैसला है, पाकिस्तान इसको खारिज करता है. बैठक के बाद पाकिस्तानी पीएम ने कहा, ‘हिंदुस्तान ने जंग जैसा माहौल बना दिया है. सिंधु जल संधि को स्थगित करना उचित कदम नहीं है. हम बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने के पक्ष में हैं. जल प्रवाह को रोकना अन्याय होगा.”
पाकिस्तान है परमाणु ताकत देश: इशाक डार
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भड़काऊ बयान और गीदड़भभकी दी है. इशाक डार ने कहा है कि “हम (पाकिस्तान)परमाणु ताकत है, इस बात को भारत को भूलना नहीं चाहिए. डार ने धमकीभरे अंदाज में कहा है कि भारत अगर कोई कार्रवाई करता है तो फिर हमारा जवाब कड़ा होगा.”
भारत के ही फैसलों को पाकिस्तान ने कर लिया कॉपी
भारत के कड़े कूटनीतिक फैसलों के बाद पाकिस्तान ने भी भारत के विरोध में भारत की ही फैसलों को कॉपी कर लिया है. पाकिस्तान ने भारतीय लोगों के वीजा रद्द कर दिए हैं. वाघा सीमा चौकी से भारत से सभी सीमा पार ट्रांजिट को सस्पेंड कर दिया गया है. पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को जारी किए गए सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत सभी वीजा को निलंबित कर दिया है. सिख धार्मिक तीर्थयात्रियों को छोड़कर सभी वीजा रद्द कर दिया गया है. एसवीईएस के तहत वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को (सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर) 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है. भारतीय रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित घोषित कर के 30 अप्रैल 2025 से पहले पाकिस्तान छोड़ने का निर्देश दिया गया है. इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग की क्षमता 30 अप्रैल 2025 से 30 राजनयिकों और कर्मचारियों तक सीमित कर दी जाएगी. पाकिस्तान के माध्यम से किसी भी तीसरे देश से भारत के साथ सभी व्यापार को तत्काल निलंबित कर दिया गया है.
पाकिस्तान दूतावास में मना केक वाला जश्न
पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद जहां पूरी दुनिया आतंकी हमले की निंदा कर रही है तो वहीं पाकिस्तानी दूतावास में केक लेकर जाते दिखा है कर्मचारी. भारत में आक्रोश और दुख के इस माहौल में जब पाकिस्तानी राजनयिकों को भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया गया है, तब पाकिस्तानी दूतावास में एक कर्मचारी बाहर से केक लेकर दूतावास के अंदर जाते दिखा है. हालांकि पत्रकारों के सवालों का कर्मचारी ने कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन इससे पता चलता है कि पाकिस्तान कितना असंवेदनशील है.