पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच भारत के लिए सोमवार का दिन बेहद अहम है. सोमवार को भारत और फ्रांस के बीच हो रहा है राफेल एम (रफाल) एम यानी मरीन का सौदा. भारत और फ्रांस के बीच होने वाला रफाल मरीन का सौदा तकरीबन 63 हजार करोड़ का है.
इस सौदे के लिए खुद फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नू, दिल्ली आने वाले थे, लेकिन माना जा रहा है कि पहलगाम नरसंहार के बाद लेकार्नू ने अपना दौरा टाल दिया. लेकिन सौदा नहीं टलेगा, रक्षा मंत्री की गैरमौजूदगी में अब दिल्ली में तैनात फ्रांसीसी राजदूत अपने देश की तरफ से सौदे पर हस्ताक्षर करेंगे.
रफाल एम के सौदे पर लगेगी मुहर
सोमवार को भारत और फ्रांस के बीच रफाल (राफेल) फाइटर जेट के 26 मरीन वर्जन का सौदा होने जा रहा है. भारत में फ्रांस के राजदूत और भारत के रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी इस सौदे पर हस्ताक्षर करेंगे. इसी महीने की 9 तारीख को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) ने रफाल (एम) लड़ाकू विमानों खरीदने की मंजूरी दी थी. फ्रांस की एविएशन कंपनी दासो इन विमानों का निर्माण करती है. वायुसेना के 36 रफाल (राफेल) लड़ाकू विमानों की तरह ही रफाल (एम) भी ‘इंटरगर्वमेंटल डील’ (आईजीआई) यानी दोनों देशों की सरकार के बीच सीधे समझौते के तहत ही खरीदे जाएंगे. नौसेना के लिए जो 26 रफाल (एम) खरीदे जाएंगे, उनमें 22 सिंगल सिटर फाइटर जेट होंगे और चार ट्विन-सीटर यानी ट्रेनिंग के लिए होंगे. जरुरत पड़ने पर ट्रेनर को भी फाइटर रोल में तब्दील किया जा सकता है.
स्वदेशी जंगी बेड़े आईएनएस विक्रांत पर तैनात होंगे रफाल एम
स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत पर तैनात करने के लिए रफाल (राफेल) लड़ाकू विमानों को खरीदा जा रहा है. पिछले साल जब पीएम मोदी फ्रांस के आधिकारिक दौरे पर गए थे, तब रफाल एम की खरीद सौदे पर मुहर लगाई गई थी. आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए नेवी को घातक लड़ाकू फाइटर्स जेट्स चाहिए थे. ‘आईएनएस विक्रमादित्य’ पर तैनात होने वाले फाइटर जेट, मिग-29के को विक्रांत पर तैनात किया गया था. लेकिन अब विक्रांत को रफाल एम मिलेंगे.नौसेना ने रफाल (एम) को इसलिए चुना क्योंकि भारतीय वायुसेना पहले से 36 रफाल लड़ाकू विमान इस्तेमाल कर रही है. ऐसे में नौसेना के फाइटर पायलट्स की ट्रेनिंग और रफाल (एम) की मेंटेनेंस और रखरखाव में काफी मदद मिलेगी.
पहलगाम नरसंहार के बाद अरब सागर में तैनात आईएनएस विक्रांत
पहलगाम नरसंहार के बाद पाकिस्तान से शुरु हुई तनातनी के चलते भारतीय नौसेना ने 24 अप्रैल को आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में तैनात कर दिया है. इस दौरान मिग-29के ही विक्रांत पर तैनात हैं और अगर पाकिस्तान ने कोई हिमाकत की तो नेवी मुंहतोड़ जवाब देगी.