वाह, शाबाश, इस वक्त देश को विपक्ष में असदुद्दीन ओवैसी जैसे बेबाक नेताओं की जरूरत है, जो देश की सेना का मनोबल बढ़ाए. सैनिकों का हौसला बनाने की शक्ति दे. सरकार से सवाल भी ऐसा करे, जिससे राष्ट्र के मान-सम्मान को कोई क्षति न पहुंचे.
हिंदू- मुसलमान करने वाले पाकिस्तानी आर्मी चीफ को एक बार फिर से एमआईएम चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आईना दिखाया है. पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे ओवैसी एक बार फिर से असीम मुनीर की सेना के विरोध में गरजे हैं.
इस बार घर में घुसकर बैठ जाना: असदुद्दीन ओवैसी
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद से असदुद्दीन ओवैसी पाकिस्तान पर भड़के हुए हैं. ओवैसी ने पाकिस्तान पर करारा हमला किया है. ओवैसी ने कहा, “सरकार कहती है ‘घर में घुस के मारेंगे’, अगर आप (केंद्र सरकार) इस बार पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं, तो ‘घर में घुस कर बैठ जाना.
ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए साल 2019 के पठानकोट हमले और एयरस्ट्राइक का भी जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान के घर में घुसकर मारो मत, उनके घर में घुसकर बैठ जाओ. असदुद्दीन ओवैसी बोले, हम लॉन्चिंग पैड या उस जमीन पर कब्जा कर लेते हैं, जहां से आतंकी हमारे देश में आते हैं. आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए.”
पीओके भारत का अभिन्न अंग है: असदुद्दीन ओवैसी
ओवैसी ने कहा, “भारतीय संसद का संकल्प है कि पीओके हमारा है.पीओके देश का अभिन्न अंग है. इससे कोई भी इनकार नहीं कर सकता. पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने हमारे देश के नागरिकों को मारा.
उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा हमले के बाद हुए बालाकोट हमले ने मोदी सरकार से देश की जनता की उम्मीदें बढ़ा दी हैं. देश की जनता को उम्मीद है कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट से ज्यादा मजबूत कदम उठाएगी.”
भारत में लोकतंत्र, पाकिस्तान में तानाशाही:ओवैसी
ओवैसी ने भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर समझाया. ओवैसी ने कहा, “भारत में अभी भी लोकतंत्र है, पाकिस्तान में तानाशाही है. पाकिस्तान में सेना के साथ मिलकर पांच-छह परिवार पूरे देश को कंट्रोल करते हैं.
पाकिस्तान के नेता इस्लाम के नाम पर वहां की जनता को बांट चुके हैं. पाकिस्तान की जनता खुद को और भारत को देखे. आज भारत को देखें कि कहां खड़ा है, और पाकिस्तान किस गड्ढे में है.”
आईएसआईएस है पाकिस्तान, वक्फ हमारे देश का मामला:ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की तुलना आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से की है. कहा, “पहलगाम आतंकी हमला इंसानियत का कत्ल करने वाला है और मोदी सरकार को इस हमले का ठोस जवाब पाकिस्तान को देना चाहिए.”
ओवैसी ने कहा, “वक्फ मेरे देश का आंतरिक मामला है. अगर मैं संसद में खड़ा होकर वक्फ का विरोध कर रहा हूं तो इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि मैंने देश का विरोध किया है. मैंने वक्फ कानून का विरोध किया है. पाकिस्तान ये न समझे की मुसलमान के नाम पर आतंकी निहत्थों को मारेंगे.”
ओवैसी के बयान से चिढ़े पाक के पूर्व उच्चायुक्त
असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तानी आर्मी और सरकार को तमाचा मारा तो पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित को मिर्ची लग गई. अब्दुल बासित ने कहा, “ओवैसी पहले तो कहते थे कि बीजेपी हिंदुओं और मुसलमानों को आपस में लड़ा रही है.
पहलगाम की घटना के बाद फौरन से बात दूसरी तरफ शिफ्ट कर दी. ये मेरी समझ से तो परे है. एक तरफ तो ओवैसी बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और कह रहे हैं कि हिंदुत्व की पूरी फिलोसफी मुसलमान और हिंदुओं को बांटना चाहती है. बीजेपी और आरएसएस का भी यही ऑब्जेक्टिव है.
आनन-फानन में ओवैसी ने पूरी सियासत का रुख ही बदल दिया है. मैं क्या कहूं ओवैसी साहब को. बहुत जल्दी ही वह प्रेशर में आ गए. कम से कम कुछ ऑब्जेक्टिवली बात करते तो मजा आता, लेकिन लगता है कि वह भी काफी प्रेशर में हैं और इस वक्त तमाम मुसलमान ही प्रेशर में हैं.”