यूक्रेन पर बड़ा पलटवार करने की तैयारी कर रहा है रूस. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से साफ कह दिया है कि यूक्रेन की हिमाकत का जवाब दिया जाने वाला है. 1 जून से 3 जून तक यूक्रेन ने अपने सीक्रेट मिशन में रूस के 5 सैन्य बेस पर अटैक करके 40 से ज्यादा एयरक्राफ्ट तबाह कर डाले हैं.
पुतिन और ट्रंप के बीच 1 घंटे से ज्यादा बात हुई, जिसके बारे में ट्रंप ने लिखा, मैंने पुतिन को समझाने की कोशिश की, लेकिन पुतिन के तेवर सख्त थे और वो एयरफील्ड पर हुए अटैक का बदला लेंगे.
पुतिन जल्द लेंगे यूक्रेन से बदला:ट्रंप
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर 1 घंटे 15 मिनट तक बातचीत हुई. ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रुथ सोशल पर पोस्ट लिखकर कहा, पुतिन ने यूक्रेन की तरफ से रूसी एयरफील्ड्स (हवाई अड्डों) पर किए गए ड्रोन हमले का जिक्र किया और कहा कि “इस हमले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. पुतिन ने यह बात बहुत दृढ़ता से कही कि रूस इस पर कार्रवाई करेगा. हमने यूक्रेन की तरफ से रूस के डॉक्स में खड़े विमानों पर किए गए हमले और दोनों पक्षों द्वारा चल रहे अन्य हमलों पर चर्चा की. यह एक अच्छा संवाद था, लेकिन इससे तात्कालिक शांति की उम्मीद नहीं की जा सकती.”
पुतिन बेहद गुस्से में थे, भयावह हो सकता है युद्ध:डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा, “पुतिन बेहद गुस्से में थे. उन्होंने कहा कि अब बातचीत का समय खत्म, अब जवाब का वक्त है. रूस के भीतर हमले अब सहन नहीं होंगे. यह युद्ध अब भयावह मोड़ ले सकता है.”
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर मदद के लिए तैयार है पुतिन:ट्रंप
ट्रंप ने बताया कि पुतिन के साथ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर भी बातचीत की गई है. ट्रंप ने लिखा, “मैंने राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि ईरान परमाणु हथियार नहीं बना सकता, और मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर हमारी राय एक जैसी है.” ट्रंप ने दावा किया कि, “पुतिन ने यह भी संकेत दिया कि वे ईरान के साथ हो रही बातचीत में हिस्सा लेने को तैयार हैं और इस मुद्दे को जल्दी हल करने में मदद कर सकते हैं.”
कुछ बड़ा करने की तैयारी में है क्रेमलिन !
रूस पर यूक्रेन के सबसे बड़े हमले के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को शांत करना मुश्किल है. यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडरवेब से रूस को भयंकर नुकसान पहुंचा है. एसबीयू ने बेहद ही सीक्रेट तरीके से हमले को अंजाम दिया है, कि रूस की सेना और इंटेलिजेंस एजेंसी किसी को भी इस हमले की भनक नहीं लगी.
रूस के 5 एयरबेस पर स्वॉर्म ड्रोन से अटैक किए गए, जिन्हें सेब के कंटेनर में लेकर एयरबेस के करीब पहुंचाया गया था. फिर रिमोट के जरिए कंटेनर का ढक्कन ऑपरेट करके ड्रोन हमले करवाए गए. इस हमले में 40 एयरक्राफ्ट को नुकसान पहुंचा है. इस हमले के 48 घंटे के अंदर ही एक दूसरे ऑपरेशन में एसबीयू ने अंडरवाटर विस्फोट करके क्रीमिया ब्रिज को नुकसान पहुंचाया है.
यूक्रेन पर तगड़े एक्शन की तैयारी में जुट गया है रूस. इस बार ये हमला बेहद प्रचंड होगा. नाटो देश भी सहमे हुए हैं, क्योंकि रूस का मानना है कि नाटो देश के बिना मदद के रूस पर इतना बड़ा हमला नहीं किया जा सकता.