जापान में अमेरिका के एयरबेस पर एक संदिग्ध विस्फोट से हड़कंप मच गया. विस्फोट इतना जोरदार था कि 4 जापानी सैनिक गंभीर तौर पर घायल हो गए. किन परिस्थितियों में ये विस्फोट हुआ है, जांच की जा रही है. लेकिन अधिकारियों का दावा है कि विस्फोट उस वक्त हुआ जब जवान दक्षिणी जापान स्थित ओकिनावा द्वीप पर एक भंडारण स्थल पर काम कर रहे थे. इस जगह पर बिना फटे बम को इकट्ठा किया गया है.
ये वही एयरबेस है, जहां स्थानीय लोगों ने अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ पिछले साल मोर्चा खोल लिया था. अमेरिकी सैनिकों पर स्थानीय जापानी महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप था.
जापान में अमेरिका के कडेना एयरबेस पर विस्फोट
बताया जा रहा है कि जापान की सेना के जवानों का एक ग्रुप जो कि आयुध प्रबंधन करने में माहिर है, वह ओकिनावा द्वीप में अमेरिका के कडेना एयरबेस के पास काम कर रहा था. उसी समय जोरदार धमाका हो गया. बम ब्लास्ट की चपेट में कई जापानी सैनिक आ गए, जिनमें से 4 सैनिकों के हाथ में गंभीर चोटें आई हैं.
जापान के रक्षा मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, यह हादसा एक गोला-बारूद भंडारण स्थल में हुआ. यहां अस्थायी रूप से बिना फटे बम रखे जाते थे, जिन्हें सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय किया जाना था.
जापान में अक्सर मिलते हैें युद्धकालीन बम
जापान के आस-पास के कई इलाकों में युद्धकाल के बम दबे हुए हैं. ये अब तक फटे नहीं है. कई बार निर्माण कार्यों के दौरान खुदाई के समय ऐसे बम मिलते रहते हैं. पिछले साल दक्षिणी जापान के एक हवाई अड्डे पर एक युद्धकालीन अमेरिकी बम फट गया था. जिसके बाद कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा था.
ओकिनावा में अमेरिकी सैन्य बेस का किया जा चुका है विरोध
ओकिनावा जापान का वो इलाका है जो लंबे समय से अमेरिकी सैन्य मौजूदगी है. यहां जापान में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों का सबसे बड़ा हिस्सा स्थित है. आंकड़ों के मुताबिक तकरीबन 50 हजार अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी है. कई बार जनता अमेरिकी सेना की मौजूदगी का विरोध कर चुकी है.
पिछले साल जुलाई में जापानी जनता ने विद्रोह कर दिया था. कुछ सैनिकों पर जापानी लोगों से यौन शोषण का आरोप लगा था. 2 अमेरिकी सैनिकों को किडनैपिंग और रेप का दोषी भी पाया गया था.