मान न मान मैं तेरा मेहमान, ये कहावत बेशर्म और ढीठ पाकिस्तान पर सटीक बैठ रही है. फेल्ड (फील्ड) मार्शल असीम मुनीर ने खबर उड़ाई की उसे अमेरिका ने 250वीं वर्षगांठ की परेड में वाशिंगटन डीसी में आमंत्रित किया गया, लेकिन हर बार की तरह पाकिस्तान का ये झूठ भी पकड़ा गया. हिंदू-मुसलमान करके आतंकियों को भड़काने वाले असीम मुनीर को अमेरिका की ओर से कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है.
झुठ्ठा निकला पाकिस्तान, अमेरिका ने मुनीर को नहीं बुलाया
ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों पराजित होने के बाद भी मक्कार पाकिस्तान उछलता रहता है. जलील होने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. टीएफए के सूत्रों के मुताबिक, असीम मुनीर को यूएस आर्मी ने वाशिंगटन डीसी में आयोजित परेड में कोई निमंत्रण मुनीर को नहीं दिया है.
हाल ही में पाकिस्तानी मीडिया ने ये खबर उड़ाई थी कि असीम मुनीर को 14 जून (शनिवार) को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में होने वाली परेड में आमंत्रित किया गया है. लेकिन सूत्रों ने दो टूक कहा कि मुनीर को आमंत्रण की खबरें गलत हैं.
14 जून को यूएस आर्मी का 250 स्थापना दिवस, होगी भव्य परेड
शनिवार (14 जून) को यूएस आर्मी अपना 250 वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर राजधानी वाशिंगटन डीसी में एक भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस परेड को देखने के लिए व्हाइट हाउस में मौजूद रहेंगे. ये परेड पूरे वाशिंगटन डीसी में चक्कर लगाने के बाद व्हाइट हाउस पर संपन्न होगी.
परेड इसलिए भी खास है, क्योंकि 14 जून को ही ट्रंप का भी 79वां वर्षगांठ है. ट्रंप ने दावा किया है कि शनिवार की मिलिट्री परेड, सैन्य इतिहास की सबसे भव्य होगी.
परेड में करीब 7000 सैनिक हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही टैंक और स्ट्राइकर इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (आईसीवी) हिस्सा लेंगे. परेड के दौरान आसमान में मिलिट्री एयरक्राफ्ट भी एयर शो का आयोजन करेंगे.
अमेरिका का शीर्ष सैन्य अधिकारी ने पाकिस्तान की तारीफ की, पाकिस्तान ने उड़ाया इन्विटेशन का हल्ला
इसी हफ्ते अमेरिका की सेंटकॉम (सेंट्रल कमांड) के चीफ, जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ‘सहयोगी’ बताया था. अमेरिका के टॉप जनरल के इस बयान से भारत सहित पूरी दुनिया आश्चर्यचकित थी, कि जिस पाकिस्तान ने अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन ओसामा बिन लादेन को छिपाया, पनाह दिया, उस पाकिस्तान की जनरल कुरिल्ला ने तारीफ की.
खैर, इसी तारीफ के बाद पाकिस्तानी मीडिया ने मुनीर के वाशिंगटन डीसी में आयोजित होने वाली परेड में शामिल होने की खबर उड़ा दी, लेकिन झूठ का बुलबुला कुछ ही घंटों में फूट गया.
पाकिस्तान के नूर खान बेस पर है अमेरिका के न्यूक्लियर वेपन
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से आतंकवाद के खिलाफ बोलने वाला अमेरिका अचानक से पाकिस्तान की तारीफ क्यों करने लगा, ये बात किसी को हजम नहीं हो रही है. लेकिन आपको टीएफए ने बताया था कि पाकिस्तान और अमेरिका के करीबी संबंध इसलिए बने हैं क्योंकि जिस नूर खान एयरबेस को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तबाह कर दिया था, वहां अमेरिका के न्यूक्लियर वेपन रखे जाते हैं. खुद पाकिस्तान के एक जाने-माने रक्षा विशेषज्ञ इम्तियाज गुल ने इस बात का खुलासा किया है.
अमेरिका न्यूक्लियर वेपन के कारण भारत-पाकिस्तान दोनों के पक्ष में बोल रहा था
परमाणु हथियारों को सुरक्षित रखने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने की हड़बड़ाहट दिखाई थी. ट्रंप के दखल अंदाजी को पाकिस्तान ने अपनी कूटनीतिक जीत के तौर पर प्रदर्शित किया है. जबकि हकीकत ये है कि भारत के हमलों से पाकिस्तान को जबरदस्त सैन्य नुकसान हुआ है.
लेकिन पाकिस्तान प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में अमेरिका में यूएस आर्मी परेड में निमंत्रण का हल्ला कर रहा है.