रूस ने यूक्रेन पर किया है घातक प्रहार. रूसी सेना ने यूक्रेन के साथ-साथ अमेरिका को भी दिया है बड़ा झटका. 500 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल के हवाई हमले में लड़ाकू विमान एफ 16 गिराए जाने का दावा किया गया है. एफ 16 अमेरिका का मल्टी रोल लडाकू विमान है, जिसे अमेरिका ने बनाया था.
शनिवार-रविवार के बीच रूस की ओर से किया गया ये अटैक साढ़े 3 साल के दौरान सबसे बड़ा माना जा रहा है. इस अटैक में यूक्रेन को बड़े नुकसान की आशंका है. रूस के इस अटैक के बाद पोलैंड के कई फाइटर जेट भी मंडराते नजर आए.
रूसी सेना ने यूक्रेन को नहीं दिया मौका, किया सबसे बड़ा हमला
नाटो समिट और वेस्ट देशों को युद्ध भड़काने का आरोप लगाने के बाद रूस ने यू्क्रेन पर सबसे बड़ी एयर स्ट्राइक की है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि “रात भर में रूस ने यूक्रेन पर 537 हथियारों से हवाई आक्रमण किया है. इसमें 477 ड्रोन थे और 60 मिसाइलें थीं. रूसी हमले को नाकाम करने में जुटे एफ 16 विमान के पायलट मकस्यीम उस्तेमेंको रूसी हमले की चपेट में आ गए और उसकी मौत हो गई. एफ-16 के इस पायलट ने 7 हवाई लक्ष्यों को नष्ट कर दिया.”
ईरान के शाहेद ड्रोन और घातक मिसाइल से यूक्रेन में मची तबाही
यूक्रेनी वायुसेना का दावा है कि रूस ने इस हमले के दौरान कीव पर कुल 477 ड्रोन और 60 मिसाइलें दागीं, हालांकि यूक्रेनी सेना ने इनमें से 249 ड्रोन मार गिराए जबकि 226 ड्रोन और मिसाइलों को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से जाम कर दिया गया. वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इहनात ने इस हमले को यूक्रेन पर अब तक का “सबसे बड़ा हवाई हमला” बताया है.
रूस ने 1 इस्कंदर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया. यूक्रेन ने 33 इस्कंदर क्रूज मिसाइलों को गिरा दिया. इसके अलावा 4 कालीबर क्रूज मिसाइलों से भी अटैक किया.
चपेट में आए पश्चिमी यूक्रेन के क्षेत्र, हाईअलर्ट पोलैंड
यूक्रेनी सेना के मुताबिक, रूस का फोकस पूर्वी इलाका रहा है, लेकिन इस बार के हमले पश्चिमी यूक्रेन में भी किए गए. इस हमले का निशाना केवल अग्रिम मोर्चे के इलाके नहीं थे, बल्कि पश्चिमी यूक्रेन जैसे ऐसे क्षेत्र भी थे जो युद्ध रेखा से काफी दूर हैं. रूसी हमले का उद्देश्य पूरे देश में अस्थिरता फैलाना था. रूसी हमले में कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई और आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हुईंं. खेरसॉन में एक व्यक्ति की मौत और चेर्कासी में एक बच्चे समेत आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
पुतिन पर दबाव बने, जब तक मॉस्को के पास क्षमता, करेगा अटैक- जेलेंस्की
ताजा हमले के बाद जेलेंस्की ने पुतिन ने मॉस्को पर दबाव बनाने की गुहार लगाई है. ‘मॉस्को तब तक नहीं रुकेगा जब तक उसके पास बड़े हमले करने की क्षमता है. सिर्फ इस हफ्ते ही 114 से अधिक मिसाइलें, 1,270 से ज़्यादा ड्रोन और लगभग 1,100 ग्लाइड बम दागे गए हैं. पुतिन ने बहुत पहले ही तय कर लिया था कि दुनिया की शांति की अपील के बावजूद वह युद्ध जारी रखेंगे. इस युद्ध को समाप्त किया जाना चाहिए.
नाटो विस्तार के कारण शुरु हुआ यूक्रेन के साथ युद्ध: पुतिन
पुतिन ने कहा, “पश्चिमी देशों ने नाटो के विस्तार और यूक्रेन संघर्ष को हल करने से संबंधित अपने वादों को पूरा न करके रूस को बार-बार धोखा दिया है. पश्चिमी देश रूस की आक्रामकता की बात करके अपनी रक्षा खर्च को बढ़ाने और यूरोप में सैन्य तैनाती को सही ठहरा रहे हैं, लेकिन वे यह नहीं बताते कि यूक्रेन संकट की जड़ें कहां से शुरू हुईं.”
हम वेस्ट पर विश्वास नहीं करते: पुतिन
रूसी राष्ट्रपति ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाते हुए कहा, “रूस की सुरक्षा चिंताओं को हमेशा नजरअंदाज किया गया. यह आक्रामक व्यवहार नहीं तो और क्या है? लेकिन पश्चिम इस पर ध्यान नहीं देना चाहता. नाटो अपने सदस्य देशों के रक्षा खर्च को जीडीपी का 5 प्रतिशत करने की योजना बना रहा है, जो रूस के खिलाफ एक और कदम है.”
पुतिन ने कहा, “हमें वेस्ट पर विश्वास नहीं, इसलिए मॉस्को अपनी रक्षा और संप्रभुता के लिए जो भी कदम सही होंगे, वो उठाएगा.”