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मसूद अजहर को अफगानिस्तान भगाया, बिलावल ने दिया पाकिस्तानी सेना का साथ

पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के ताबड़तोड़ एक्शन के बाद जैश ए मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में छिप गया है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान परिवार के सदस्यों समेत करीबी आतंकियों के खात्मे के बाद आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान छोड़कर भागा-भागा फिर रहा है. पाकिस्तानी सेना ने मसूद को अफगानिस्तान के सीक्रेट बेस में छिपा दिया है. खुद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने दिया है भारत के मोस्टवांटेड आतंकी मसूद अजहर और हाफिज सईद पर सनसनीखेज बयान. बिलावल भुट्टो ने कहा, कि भारत सबूत दे तो मसूद अजहर को हम (पाकिस्तान) गिरफ्तार करेंगे.

भारत सबूत दे कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है, तो करेंगे गिरफ्तार: बिलावल

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने मसूद अजहर का पता लगाने में वह असमर्थ रहे हैं. बिलावल भुट्टो ने कहा, “हमारा मानना है कि वह अफगानिस्तान में है.अफगानिस्तान जिहाद की जमीन रही है, तो ऐसा लगता है कि वो अफगानिस्तान में छिपा हुआ है.”

बिलावल भुट्टो ने कहा, कि “अगर भारत सरकार हमसे यह सूचना साझा करती है कि मसूद पाकिस्तान की धरती पर है, तो हम वादा करते है कि उसे गिरफ्तार करें और ऐसा करने में हमें खुशी होगी. भारत ने अभी तक अजहर के पाकिस्तान में होने के कोई सबूत नहीं दिए हैं.” 

बिलावल बोले, “अगर अफगानिस्तान में नाटो मसूद अजहर को नहीं पकड़ सका है, तो पाकिस्तान से ऐसा करने की उम्मीद प्रैक्टिकल नहीं है.”

हाफिज सईद पाकिस्तान की हिरासत में है: बिलावल भुट्टो

लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के बारे में बताते हुए बिलावल ने कहा, कि हाफिज सईद पाकिस्तान में एक आजाद व्यक्ति नहीं है. वह पाकिस्तान की हिरासत में है. 

हाफिज सईद भारत का मोस्टवांटेड आतंकी है. उसे पाकिस्तान में सजा सुनाई गई है, लेकिन सच्चाई ये है कि हाफिज सईद को पाकिस्तानी सेना का संरक्षण मिला हुआ है. उसे सेना भारत से बचाने के लिए सुरक्षित सीक्रेट जगह पर छिपाए हुए है. हाफिज सईद भारत के खिलाफ जहर उगलता है और भारत में आतंकी हमलों के लिए प्रेरित करता है. पहलगाम नरसंहार के बाद हाफिज की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी, वहीं हाफिज के जहरीले भाषणों के जरिए आतंकियों को भड़काया जा रहा था. 

आपको बता दें कि मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन का प्रमुख है. वो 2001 में संसद हमला, 26/11 मुबंई हमला, 2016 में पठानकोट हमला और 2019 में पुलवामा हमले में शामिल रहा है. 

ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-जैश पर प्रहार, मसूद के करीबी आतंकियों की मौत

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में बने आतंकियों को लॉन्च पैड पर हमले किए थे. 9 टारगेट ध्वस्त किए गए थे, जिसमें लश्कर-जैश के हेडक्वार्टर समेत आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर भी थे. भारत ने ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान में प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय शामिल था.भारत के प्रहार में मसूद अजहर के परिवार समेत 14 लोगों की मौत हुई थी. 

भारत की कार्रवाई के बाद मसूद अजहर बिलबिलाता दिखा था. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, परिवार के लोगों की मौत के बाद मसूद अजहर फूट-फूट कर रोया था. मसूद अजहर ने कहा था कि “काश मैं भी मर जाता.” मसूद अजहर ने कहा है कि “सदमा इतना है कि बयान नहीं किया जा सकता लेकिन कोई अफसोस, निराशा, डर या खौफ नहीं है बल्कि बार-बार दिल में आता है कि काश मैं भी चौदह सदस्यों के इस खुशकिस्मत कारवां में शामिल हो जाता, लेकिन अल्लाह ताला से मिलने का वक्त बहुत पक्का है. वो आगे-पीछे नहीं हो सकता.”

वीडियो सबूत झुठला नहीं सकते बिलावल, पिछले साल बहावलपुर में बिल से निकला था मसूद

बालाकोट एयर-स्ट्राइक (फरवरी 2019) के बाद से पाकिस्तान में छिपकर रह रहा आतंकी मसूद अजहर पिछले साल बहावलपुर में नजर आया था. पिछले साल मसूद अजहर ने ना सिर्फ भारत बल्कि इजरायल के खिलाफ भी खूब जहर उगला था. ग्लोबल आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने भारत के खिलाफ मुसलमानों को उकसाया था. पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अनाप शनाप बातें बोली थीं.

वीडियों में दिया गया आतंकी मसूद द्वारा भाषण पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित उम्म-उल-क़ुरा मदरसा और मस्जिद परिसर का बताया जा रहा है. यह वही जगह है जिसपर पाकिस्तान की सरकार ने अपने कब्जे का दावा किया था. जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारी नुकसान पहुंचाया गया है. 

पिछले साल आतंकी अजहर मसूद ने कहा, “गैर-मुसलमानों को मुसलमान बनाओ, उन्हें जिहाद में शामिल करो. गैर-मुसलमानों को आमंत्रित करो, उनका धर्म परिवर्तन करो. उन्हें तलवार देकर मुजाहिद बनाओ.”अपने 66 मिनट के संबोधन में आतंक के सरगना मसूद अजहर ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला था और कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ जिहाद करने के लिए समर्थन और पैसे जुटाने की बात कही थी. 

अफगानिस्तान में कहां छिपा है मसूद अजहर

जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत गुर्बुज जिले के एक आतंकी कैंप में मसूद अजहर अपने भाई और जैश के ट्रेनिंग कमांडर तल्हा आसिफ के साथ छिपा हुआ है. लेकिन उसका पाकिस्तान के कराची और लाहौर शहर में आना-जाना लगा रहता है.

वर्ष 2019 में एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है लेकिन काफी बीमार है. ऐसे में मसूद की गिरफ्तारी संभव नहीं है.

खुद को हक्कानी का करीबी बताता है मसूद, हक्कानी ने किया खारिज

बार-बार अपने भाषण में मसूद ने ये दिखाने की कोशिश की थी कि वो तालिबान के करीब है. उसने तालिबानी सरकार के गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के कश्मीर ड्रीम को लेकर भी दावा किया. यही वजह है कि अब कहा जा रहा है कि मसूद अजहर अफगानिस्तान के किसी दूर दराज इलाके में छिपा हो सकता है. की रिपोर्ट भी सामने आई है कि मसूद अजहर ने ये भाषण अफगानिस्तान में दिया है. खबर तो यहां तक है 

हालांकि मसूद अजहर के अफगान तालिबान के प्रमुख नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के साथ नजदीकियों के दावे को हक्कानी ग्रुप ने खारिज कर दिया था. 

अफगानिस्तान के नाम पर ओसामा बिन लादेन को लेकर अमेरिका को बरगलाता रहा था पाकिस्तान

अमेरिका में 9/11 हमले के बाद ओसामा बिन लादेन को खत्म करने में अमेरिका को तकरीबन 10 साल लग गए थे. उसका कारण यही था कि अमेरिका ओसामा को अफगानिस्तान की पहाड़ियों में ढूंढता रहा, पाकिस्तान हमेशा से ये दिखाता रहा था कि ओसामा बिन लादेन उनके देश में नहीं हैं. लेकिन जब सीआईए और एफबीआई ने खुफिया जानकारी सामने आई तो पाकिस्तान की पोल खुल गई. ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में था, उस जगह जहां करीब में पाकिस्तानी सेना का ट्रेनिंग कैंप था, और वहां लड़ाकू विमान तैनात रहते थे. जैसे तैसे पाकिस्तान के राडार से छिपते हुए अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारा था. अमेरिकी एजेंसी ने इस बात को स्वीकार भी किया था कि उन्होंने पाकिस्तान को इसलिए इस ऑपरेशन की भनक नहीं लगने दी थी, क्योंकि उन्हें पता था कि पाकिस्तान, ओसामा बिन लादेन को कहीं और शिफ्ट कर सकता था, और ऑपरेशन के दौरान उनके सील कमांडो को नुकसान भी पहुंचा सकता था. 

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