कोच्चि को पहले जहाज की सौगात देने के बाद, भारतीय नौसेना केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी तैयारियों का प्रदर्शन करने जा रही है. मौका होगा 24वें नौसेना दिवस का जो हर वर्ष 4 दिसंबर को मनाया जाता है.
4 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम के शंकुमुघम बीच पर नौसेना की कॉम्बैट तैयारी का प्रदर्शन
भारतीय नौसेना के मुताबिक, 4 दिसंबर को ऑपरेशन्ल डेमो के दौरान, जंगी जहाज, पनडुब्बियां और फाइटर जेट से लेकर टोही विमान हिस्सा लेंगे. ऐसे में दुश्मन के खेमे में खौफ पैदा करने वाली नौसेना की कॉम्बैट क्षमताएं, ऑपरेशन्ल तैयारी और टेक्नोलॉजिकल एक्सीलेंस के साथ-साथ देश की समुद्री ताकत और आत्मनिर्भरता भी इस डेमो का हिस्सा होगा.
नौसेना के प्रवक्ता, कैप्टन विवेक मधवाल के मुताबिक, ऑपरेशन्ल डेमो का मुख्य आकर्षण होगा ऑपरेशन सिंदूर (6-10 मई) के दौरान इंडियन नेवी की उन क्षमताओं का प्रदर्शन जिसके कारण दुश्मन (पाकिस्तान) ने भारत के खिलाफ दुस्साहस की हिम्मत नहीं की. इनमें नेवी का प्रेसशियन के साथ लक्ष्यों पर हमला करना, स्पीड और समंदर में डोमिनेंस शामिल है. ऐसे में नौसेना दिवस के मौके पर तिरुवनंतपुरम के शंकुमुघम बीच (तट) पर इंडियन नेवी के मल्टी-डोमेन ऑपरेशन्स को देखने का स्थानीय जनता को अवसर मिलेगा.
अगली बार नौसेना को मिलेगी सर्जिकल स्ट्राइक की जिम्मेदारी
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना, अरब सागर में पूरी तरह तैयार थी. अगर पाकिस्तान की तरफ से लड़ाई को बढ़ाने का दुस्साहस किया जाता तो, थलसेना और वायुसेना की तरह नौसेना भी समंदर के जरिए पाकिस्तान पर आक्रमण कर सकती थी. रक्षा मंत्री ने यहां तक कह दिया है कि अगली बार पाकिस्तान ने पहलगाम हमले जैसे किसी घटना को अंजाम दिया तो सर्जिकल स्ट्राइक का मौका, नौसेना को दिया जाएगा.
ये तीसरा नौसेना दिवस है जो राजधानी दिल्ली से बाहर मनाया जा रहा है. इससे पहले, नेवी ने अपना स्थापना दिवस, महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग और ओडिशा के पुरी बीच पर मनाया था.
पहली बार कोच्चि में तैनात किया गया इक्षक सर्वे वेसल
इसी हफ्ते, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी की मौजूदगी में पहली बार बार कोच्चि नेवल वेस पर सर्वे वेसल एसवीएल इक्षक को तैनात किया गया था. केरल स्थित कोच्चि में नौसेना की दक्षिणी कमान का मुख्यालय है. लेकिन ट्रेनिंग कमान होने के चलते यहां किसी जंगी जहाज को तैनात नहीं किया जाता था. लेकिन अब यहां एसवीएल इक्षक को तैनात कर दिया गया है, जो समंदर में नौसेना के लिए एक ‘गाइड’ की भूमिका निभाएगा.
कराची हार्बर पर हमले की याद में मनाया जाता है नौसेना दिवस
हर वर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. क्योंकि इसी दिन (4 दिसंबर को) 1971 की जंग में ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर हमला किया था. जंग के दौरान भारत ने पाकिस्तान के दो फाड़ कर पूर्वी पाकिस्तान को अलग कर नए राष्ट्र (बांग्लादेश) की स्थापना की थी. ऐसे में ऑपरेशन्ल डेमो-2025, कॉम्बैट रेडी, कोहेसिव, क्रेडिएबल और आत्मनिर्भर फोर्स के तौर पर भारतीय नौसेना की समुद्री-उत्कृष्टता का उत्सव होगा. साथ ही विकसित और समृद्ध भारत के लिए समंदर को सुरक्षित रखने की प्रतिबद्धता दर्शाएगा.

