ताइवान को लेकर जापान के बयान पर चीन भड़का हुआ है. ऐसा भड़का है कि जापान को सिर फाड़ देने की धमकी दे डाली है. चीनी विदेश मंत्रालय ने ‘ग्रेट वॉल ऑफ चाइना’ का नाम लेते हुए जापान से सीधे-सीधे कह दिया है कि चीनी जनता को भड़काने वालों के सिर फाड़ दिए जाएंगे.
चीन का ये उग्र रूप जापान की नव निर्वाचित प्रधानमंत्री सनाए तकाइची के उस बयान के बाद देखने को मिला है. जिसमें पीएम तकाइची ने कहा था कि अगर चीन, ताइवान पर हमला करता है तो जापान को अपनी सेना को तैयार रखना होगा. ऐसा इसलिए, ताकि ताइवान की मदद के लिए सेना को भेजा जा सके.
चीन ने जापान को सिर फोड़ने वाली धमकी दी
ताइवान-चीन के बीच तनाव बढ़ ही रहा था कि चीन और जापान भी दो-दो हाथ करने को तैयार हो गए हैं. चीन-जापान के बीच जबर्दस्त जुबानी जंग चल रही है.
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि “चीनी जनता को भड़काने के किसी भी प्रयास का चीन की ओर से निश्चित रूप से कड़ा प्रतिकार किया जाएगा.”
चीनी विदेश मंत्रालय यहीं नहीं रुका, कहा, “उनके सिर फाड़ दिए जाएंगे और वे उस महान इस्पात दीवार (ग्रेट वॉल ऑफ चाइना) के सामने खून से लथपथ हो जाएंगे जिसे 1.4 अरब से अधिक चीनी लोगों ने अपने खून और मांस से बनाया है.”
जापानी पीएम के बयान के बाद बढ़ा तनाव
चीन और जापान के बीच ये विवाद जापानी प्रधानमंत्री के बयान के बाद शुरू हुआ. जापानी पीएम सनाए ताकाइची ने संसद में कहा था कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया, तो जापान सैन्य रूप से प्रतिक्रिया दे सकता है.
बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक दूसरे के राजदूतों को तलब कर लिया. ओसाका में चीन के काउंसिल जनरल ने टोक्यो से कहा कि जो गंदा सिर बाहर निकला है उसे काट दिया जाना चाहिए, जिसके बाद जापान ने औपचारिक विरोध दर्ज कराया.
चीन ने दो साल में पहली बार जापानी राजदूत को तलब किया और कहा कि जापान का कोई भी सैन्य दखल निश्चित रूप से असफल होगा. दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजदूतों को तलब कर कड़ा विरोध जताया है
जापान और चीन में टकराव बढ़ा, चीन ने ड्रोन-जहाज से दिखाई ताकत
जापानी प्रधानमंत्री के ताइवान पर दिए बयान के बाद चीन ने सेनकाकू द्वीपों के पास अपने कोस्ट गार्ड जहाज और ड्रोन भेज दिए.
सेनकाकू आइलैंड जिसे चीन दियाओयू कहता है, वहां चीन की आक्रामकता देखी गई. चीन ने कहा कि अधिकारों की रक्षा के लिए इन द्वीपों के क्षेत्रीय जल में गश्त की गई. इन द्वीपों पर चीन और जापान दोनों दावा करते हैं, और अक्सर यहां चीन-जापान के बीच टकराव देखा जाता है.
वहीं ताइवान के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 30 चीनी सैन्य विमान, 7 नौसैनिक जहाज और 1 सरकारी जहाज उसके इलाके में दाखिल हुए. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने नक्शे जारी किए, जिनमें 3 चीनी ड्रोन ताइवान और जापान के उत्तर-पूर्वी द्वीपों के बीच उड़ते दिखे. इनमें से कुछ ड्रोन योना गुनी आइलैंड के बहुत पास दिखे, यह ताइवान के सबसे करीब स्थित जापान का द्वीप है.
चीन ने अपने नागरिकों को जारी की चेतावनी
चीन ने अपने नागरिकों को जापान यात्रा से सावधान रहने की सलाह दी है. इसके बाद तीन चीनी एयरलाइंस ने कहा कि जापान की टिकटें मुफ्त में बदली या रद्द की जा सकती हैं. चीन की सरकार ने छात्रों को भी सलाह दी कि वे जापान में पढ़ाई करने पर दोबारा सोचें.
दरअसल चीन चाहता है कि पीएम ताकाइची यह बयान वापस लें. लेकिन जापानी पीएम ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं, कि जापान को चीन के आगे झुकना मंजूर नहीं है.

