अहमदाबाद प्लेन हादसे की हाईलेवल जांच शुरु कर दी गई है. अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुए प्लेन का ब्लैक बॉक्स मिल गया है. इस प्लेन का डीवीआर और इमरजेंसी लोकेटर ट्रांसमीटर भी मिल चुका है. इस बीच भारत के साथ-साथ अमेरिका और ब्रिटेन की एजेंसी ने भी हादसे की जांच शुरु कर दी है.
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अहमदाबाद पहुंचकर संवेदनाएं जताई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हाई-लेवल रिव्यू मीटिंग भी की है. अब तक अहमदाबाद हादसे में 265 लोगों की मौत हो चुकी है, कई लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
भारत, अमेरिका, ब्रिटेन की एजेंसी कर रही हैं जांच
भारत के एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो ने विमान हादसे की जांच शुरू की है. अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड और ब्रिटेन का एयर एक्सिडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच जांच में मदद कर रहा है. इस बीच डीजीसीए ने एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर 787-8/9 फ्लीट की जांच के आदेश जारी दिए हैं.
हादसे की जांच में तीन एजेंसियां जुटी हुई हैं. इसमें भारत के एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी), अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड और ब्रिटेन का एयर एक्सिडेंट्स इनवेस्टिगेशन ब्रांच जांच में मदद कर रहा है.
अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने कहा कि वह एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 के बारे में नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड से बात कर रहा है. एफएए ने एक बयान में कहा, “जब कोई अंतररराष्ट्रीय हादसा होता है, तो उस देश की सरकार जांच करती है. अगर मदद की जरूरत होती है, तो एनटीएसबी अमेरिका की तरफ से जांच में शामिल होता है और एफएए तकनीकी मदद देता है.”
हादसे के पीछे क्या रही वजह, जल्द सामने आएगा
अहमदाबाद में जो प्लेन ड्रीमलाइनर बोइंग 787-8 हादसे का शिकार हुआ उसे दुनिया का सबसे सुरक्षित विमान माना जाता है. ऐसे में कई सवाल हैं, जो जांच एजेंसियों को भी परेशान कर रही हैं, कि उड़ान भरते ही ऐसा क्या हुआ कि प्लेन के पायलट विमान को कंट्रोल नहीं कर पाए.
ड्रीमलाइनर बोइंग 787-8 अहमदाबाद से अपनी उड़ान के कुछ सेकेंड्स में गिरा तो क्यों? क्या विमान के दोनों इंजन एक साथ खराब हो गए, जो कि ऐसी स्थिति बेहद कम होती है. इंजन में तेल नहीं पहुंचा, या कोई टेक्निकल खामी आई, क्या प्लेन किसी पक्षी से टकरा गया था, या कुछ ऐसा हुआ कि फ्लाइट का कंट्रोल खो गया. बहुत अधिक गर्मी भी हादसे का कारण हो सकती है.
व्हिसिलब्लोअर ने उजागर की थी बोइंग की खामियां
साल 2024 में बोइंग के एक इंजीनियर सैम सालेहपुर ने बोइंग की कमियों को उजागर किया था. सैम ने एफएए (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने 787 ड्रीमलाइनर और 777 विमान में बड़ी कमियों के बारे में बताया था.
सैम का कहना था कि विमान बनाते समय कुछ शॉर्टकट अपनाए गए थे, जो खतरनाक हो सकते हैं और बड़े हादसे को दावत दे सकते हैं. सैम सालेहपुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें कहा था, ‘मैं बोइंग को बदनाम नहीं करना चाहता, मैं इसलिए यह सब कर रहा हूं ताकि कोई हादसा न हो.’
सैम के मुताबिक विमान के फ्यूजलेज (विमान का ढांचा) में कुछ गैप (खामियों) को ठीक नहीं किया गया था. इससे उड़ान के दौरान विमान पर दबाव बढ़ सकता है और वह खतरे में पड़ सकता है.
साल 2021 में भी एफएए और बोइंग ने ड्रीमलाइनर की डिलीवरी रोक दी थी, करीब 2 साल तक कमियों को दूर करने का दावा किया गया, लेकिन छोटे-छोटे गैप को ठीक नहीं किया गया. बोइंग ने कहा था कि उसने इस समस्या को ठीक कर लिया है. सभी विमान सुरक्षित हैं. विमानों की डिलीवरी फिर से शुरू हो गई.
सालेह ने खुलासा किया कि ड्रीमलाइनर की खामियों को दूर नहीं किया गया और विमानों में उड़ान भरी जाने लगी.
इसके अलावा हादसे के बाद डीजीसीए ने बोइंग 787-8/9 विमानों पर सेफ्टी जांच बढ़ाने का निर्देश जारी कर दिया है. नया निर्देश 15 जून 2025 की रात 12 से लागू हो जाएगा.