पेरिस पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रो के बीच अच्छे दोस्तों वाली केमिस्ट्री देखने को मिली. पीएम मोदी और मैक्रों ने एक दूसरे को गले लगाया और भारत-फ्रांस के बीच प्रतिबद्धता मजबूत करने पर बात की. पेरिस में आयोजित एआई एक्शन समिट 2025 की पीएम मोदी ने सहअध्यक्षता की है.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बताया है कि भारत अपने ‘लार्ज लैंग्वेज मॉडल’ पर काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा एआई मानवता के लिए मददगार है और इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है.
एआई अब जरूरत बन गया है: पीएम मोदी
पेरिस में आयोजित सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, “एआई अब जरूरत बन गया है. हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा टैलेंट है. हम पर लोगों के डेटा को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी है. मशीनों की ताकत बढ़ने से कुछ लोग चिंतित हैं, लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है. एआई अभूतपूर्व स्केल और स्पीड से डेवलप हो रहा है और इसे और भी तेजी से अपनाया और लागू किया जा रहा है.”
मोदी ने कहा कि “सीमाओं के पार भी गहरी निर्भरता है. इसलिए, शासन और मानकों को स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है जो हमारे साझा मूल्यों को अपलोड करते हैं, जोखिमों को संबोधित करते हैं और विश्वास का निर्माण करते हैं.”
प्रधानमंत्री ने हालांकि, कहा कि “शासन केवल दरार और प्रतिद्वंद्विता को प्रबंधित करने के बारे में नहीं है. यह नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक भलाई के लिए इसे लागू करने के बारे में भी है. इसलिए हमें नवाचार और शासन के बारे में गहराई से सोचना चाहिए और खुलकर चर्चा करनी चाहिए.” (https://x.com/narendramodi/status/1889278608105255171?s=46)
टेक्नोलॉजी कभी नौकरी नहीं लेती है: पीएम मोदी
PM मोदी ने कहा, एआई लाखों लोगों की जिंदगी बदल रहा है. वक्त के साथ-साथ रोजगार का रूप भी बदल रहा है. हमें एआई से रोजगार संकट पर ध्यान देना होगा. इतिहास गवाह है कि टेक्नोलॉजी कभी नौकरी नहीं लेती है. एऐआ से नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे और हमें लोगों को इसके लिए तैयार करना होगा.
सुरक्षा और समाज को नया आकार दे रहा एआई: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता बताते हुए कहा, एआई पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है. एआई सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है.
पीएम ने कहा कि “हमें ओपन सोर्स सिस्टम विकसित करना चाहिए जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए. हमें पक्षपात रहित गुणवत्तापूर्ण डेटा सेंटर बनाने चाहिए. हमें प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण करना चाहिए. एआई की सकारात्मक क्षमता बिल्कुल अद्भुत है.”
पेरिस में चल रहे समिट में भारत, फ्रांस और कनाडा के साथ सह-अध्यक्षता कर रहा है. समिट से पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की और उन्हें अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर बधाई थी. पीएम मोदी ने जेडी वेंस से रहा- आप लोगों की अमेरिका में बड़ी जीत हुई है.