अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फीफा शांति पुरस्कार मिलने के महज 24 घंटे के भीतर थाईलैंड और कंबोडिया में एक बार फिर खूनी झड़प शुरू हो गई है. सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयर-स्ट्राइक की है. ताजा लड़ाई में एक सैनिक के मारे जाने की खबर है और चार घायल हुए हैं, जबकि दोनों देशों के लोगों ने एक बार फिर सीमावर्ती इलाकों से पलायन शुरु कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, सोमवार तड़के थाईलैंड ने कंबोडिया पर एफ-16 लड़ाकू विमानों से बमबारी की. ये हमला, कंबोडिया के एक कैसिनो की बिल्डिंग पर जाकर गिरा, जिसे कंबोडियाई सैनिकों ने अपने अड्डे में तब्दील कर रखा था. इस हवाई हमले में कितने लोगों की मौत हुई है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
थाईलैंड का आरोप है कि ये एयर-स्ट्राइक, कंबोडिया के हमले के बाद हुई है. कंबोडिया ने बॉर्डर इलाकों में थाई आर्मी की चौकियों पर हमला किया है. थाईलैंड ने कंबोडियाई सेना पर बॉर्डर इलाके में उत्तेजक कार्रवाई का आरोप लगाया है. सीमावर्ती इलाकों में कंबोडिया के टैंक और रॉकेट लॉन्चर की मूवमेंट देखी गई है.
अक्टूबर के महीने में मलेशिया की मदद से ट्रंप ने कराया था समझौता
दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों ने एक दूसरे पर युद्धविराम उल्लंघन का आरोप लगाया है. इसी वर्ष अक्टूबर के महीने में ट्रंप और मलेशिया की मध्यस्थता के बाद युद्धविराम समझौता हुआ था. ट्रंप ने इस करार को शांति समझौता करार दिया था. लेकिन महज दो महीने के भीतर, थाईलैंड और कंबोडिया ने समझौते को धता बता एक दूसरे पर हमला कर दिया है.
पिछले हफ्ते, अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रेटेजी (रिपोर्ट) में ट्रंप को थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शांति समझौते कराने का श्रेय दिया गया था. दो दिन पहले ट्रंप को इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) शांति पुरस्कार से नवाजा गया था.
जुलाई के महीने में भी हुई थी झड़प
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जुलाई के महीने से तनाव चल रहा है. उस दौरान भी दोनों देशों ने एक दूसरे पर हवाई हमले किए थे, जिसमें करीब 50 लोगों की जान चली गई थी और लाखों की संख्या में लोगों को बॉर्डर इलाका खाली करना पड़ा था.
बॉर्डर पर हिंदू मंदिर है दोनों देशों के बीच विवाद की जड़
थाईलैंड और कंबोडिया के सीमा विवाद की जड़ में है एक प्राचीन हिंदू मंदिर, जिसके चलते आसियान से जुड़े ये दोनों देश एक दूसरे के खून के प्यासे रहते हैं. दरअसल, थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर एक बड़ा मंदिर है, जिसे प्रिहा-विहार के नाम से जाना जाता है और यूनेस्को की धरोहर लिस्ट में शामिल है. भगवान शिव के इस मंदिर का निर्माण 9-12 शताब्दी के बीच कंबोडिया के खमेर साम्राज्य के राजाओं ने कराया था.
बॉर्डर पर विवादित मंदिर होने के चलते, थाईलैंड और कंबोडिया के सैनिक, पेट्रोलिंग के वक्त यहां भिड़ जाते हैं, जिसके चलते समय-समय पर सैन्य टकराव की स्थिति बन जाती है. दोनों देशों के बीच पिछले 100 वर्षों से इस मंदिर को लेकर तकरार रही है.

