राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजीत डोवल ने डिप्टी एनएसए राजिंदर खन्ना को एडिशनल एनएसए के पद पर प्रमोट किया है तो रूस-यूक्रेन मामलों के जानकार और सीनियर आईएफएस पवन कपूर को डिप्टी एनएसए बनाया गया है. इसके अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के स्पेशल डायरेक्टर टीवी रविचंद्रन को भी डिप्टी एनएसए के पद पर नियुक्त किया गया है. एनएसए डोवल के नेतृत्व में अब नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट (एनएससीएस) में एक एडिशनल एनएसए और तीन डिप्टी एनएसए हो गए हैं.
वर्ष 2014-16 तक देश की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनिलिसि विंग (आरएंडएडब्लू यानी रॉ) के चीफ रहे डिप्टी एनएसए राजिंदर खन्ना को एडिशनल एनएसए बनाया गया है. ये पदोन्नति डिप्टी एनएसए के तौर पर काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन्स में बेहतरीन कार्यों के लिए दी गई है. एनएससीएस में पहली बार किसी अधिकारी को एडिशनल एनएसए का पद दिया गया है. वर्ष 2014 से लेकर अब तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवल के अलावा डिप्टी एनएसए ही नियुक्त किए जाते रहे थे. साफ है कि पहले और दूसरे कार्यकाल की तरह ही मोदी 3.0 में राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे बड़े मुद्दों में से एक बना रहेगा.
डिप्टी एनएसए खन्ना को मोदी सरकार ने वर्ष 2018 में एनएससीएस में तैनात किया था. उसके बाद से लेकर अब तक कश्मीर घाटी में आतंकवाद के लगभग सफाए के साथ ही पाकिस्तान में भारत विरोधी तत्वों का एक-एक कर सफाया होना बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. भारत का संदेश साफ है कि एंटी-इंडिया गतिविधियां चाहे पाकिस्तान हो या फिर सात समंदर पार, कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
राष्ट्रीय सुरक्षा में आंतरिक और बाहरी सिक्योरिटी सहित सामरिक मामलों को भी शामिल किया गया है. यही वजह है कि डिप्टी एनएसए विक्रम मिसरी की जगह पर अब सीनियर डिप्लोमेट पवन कपूर को एनएससीएस में जगह दी गई है. मॉस्को में करीब ढाई साल (दिसंबर 2021-अप्रैल 24) तक भारत के राजदूत रहे पवन कपूर को रूस-यूक्रेन मामलों में दक्षता हासिल है. हाल ही में स्विट्जरलैंड में आयोजित समिट ऑन पीस इन यूक्रेन में कपूर ने ही भारत का नेतृत्व किया था. उन्होंने शिखर सम्मेलन में मौजूद सभी देशों को दो टूक कह दिया था कि बिना रूस की उपस्थिति के यूक्रेन में शांति के लिए आयोजित कोई समिट सफल नहीं हो सकती है. भारत ने समिट में जारी बयान से भी जुड़ने से साफ इंकार कर दिया था.
हालांकि, ये पहली बार नहीं है कि रुस मामले के बड़े जानकार को डिप्टी एनएसए बनाया गया है. मॉस्को में भारत के राजदूत रहे पंकज सरन को भी डोवल ने एनएससीएस में डिप्टी एनएसए (2018-21) नियुक्त किया था.
मंगलवार को जारी नोटिफिकेशन में आईबी के स्पेशल डायरेक्टर टीवी रविचंद्रन को भी डिप्टी एनएसए बनाया गया है. उन्हें दक्षिण भारत के मामलों का बड़ा जानकार माना जाता है. वे तमिलनाडु कैडर के 1990 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और लंबे समय से आईबी में तैनात थे.
पवन कपूर और रविचंद्रन के साथ ही एनएससीए में अब कुल तीन डिप्टी एनएसए हो चुके हैं. बीएसएफ के पूर्व डीजी और राजस्थान कैडर के आईपीएस रहे पंकज सिंह भी इसी पद पर तैनात हैं. उन्हें पिछले साल (2023) जनवरी में दो साल के लिए डिप्टी एनएसए के पद पर तैनात किया गया था.