खबरें फटाफट: जानना जरूरी है!
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस के जिस मार्सिले शहर में भारतीय सैनिकों का बेस था, वहां खुल रहा है भारतीय दूतावास. रणनीतिक तौर
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस के जिस मार्सिले शहर में भारतीय सैनिकों का बेस था, वहां खुल रहा है भारतीय दूतावास. रणनीतिक तौर
1. अमेरिका से बेड़ियों में जकड़ कर लाए भारतीयों को, गुस्से में विपक्ष तो जयशंकर ने संभाला मोर्चा: https://thefinalassault.com/illegal-indian-brought-in-shackles-angers-opposition/ 2. बारामूला में सेना
अवैध भारतीयों के देश निकालने से तल्ख हुए संबंधों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ से फोन पर
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सेना की फायरिंग में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई है. बार-बार चेतावनी के बावजूद जब ड्राइवर नहीं
अमेरिका से 104 भारतीयों को हथकड़ियों में जकड़ कर डिपोर्ट करने का मामला संसद से सड़क तक गूंज रहा है. भारतीयों को लगाई
पनामा नहर को कब्जाने की डोनाल्ड ट्रंप की धमकी का असर दिखने लगा है. पहले तो पनामा ने चीन के बेल्ट एंड रोड
एक के बाद एक दुनियाभर के अलग-अलग देशों से रिश्ते खराब करने पर तुल गए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. ट्रंप के विदेश
लेना एक नहीं, लेकिन कूदेंगे जरूर. कुछ यही हाल है पाकिस्तान के जमीयत-उलेमा-इस्लाम (जेयूआई) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान का. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड
बांग्लादेश में मची ताजा हिंसा और बवाल के बीच शेख हसीना ने अपने समर्थकों से कहा है कि “अगर मैं जिंदा बची हूं,
कुलगाम में आतंकियों द्वारा मारे गए पूर्व सैन्य कर्मी मंजूर अहमद वागे के परिवारवालों से कई नेताओं ने मुलाकात की. बीजेपी नेता रविन्द्र