बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के रोज नए भारत-विरोधी कारनामे सामने आ रहे हैं. नया कारनामा भारत के धुर-विरोधी पाकिस्तान के साथ साझा एयर एक्सरसाइज है. वही पाकिस्तान, जिसके अत्याचार से त्रस्त होकर बांग्लादेश ने भारत की मदद से सन 1971 में नया राष्ट्र बनाया था.
हालांकि, बांग्लादेश और पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर से इस हवाई युद्धाभ्यास की कोई घोषणा नहीं की है लेकिन माना जा रहा है कि दोनों देशों की वायु सेनाओं ने इसकी तैयारी शुरु कर दी है. पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच ये पहला युद्धाभ्यास होगा.
हाल ही में जोधपुर में संपन्न हुए भारत के बहुराष्ट्रीय एयर एक्सरसाइज ‘तरंग-शक्ति’ (1-14 सितंबर) में बांग्लादेश ने अपने सी-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को भेजने से मना कर दिया था. शेख हसीना के तख्तापलट से पहले बांग्लादेश अपने एयरक्राफ्ट और एयरफोर्स चीफ को तरंग-शक्ति में भेजने वाला था. लेकिन जैसे ही शेख हसीना का तख्तापलट हुआ बांग्लादेशी वायुसेना ने अपने सी-130 को भारत भेजने से मना कर दिया. हालांकि, बांग्लादेशी वायुसेना का एक अधिकारी तरंग-शक्ति में ऑब्जर्वर के तौर पर जरूर शामिल हुआ था.
बांग्लादेश का 90 प्रतिशत एयरस्पेस भारत से सटा है. ऐसे में बांग्लादेश को कभी बहुत बड़ी वायुसेना की जरूरत नहीं पड़ी थी. हालांकि, 2010 में बांग्लादेश ने चीन से एफ-7 ‘चेंगदू’ फाइटर जेट और टैंक जरूर खरीदे थे. फिलहाल बांग्लादेश के पास यही 16 चेंगदू लड़ाकू विमान है और दो सी-130 एयरक्राफ्ट हैं. बांग्लादेश के पास कुछ पुराने रूसी मिग-29 फाइटर जेट भी हैं.
पाकिस्तानी वायुसेना के पास जरुर चीन के साथ साझा तौर पर तैयार किए जेएफ-17 एयरक्राफ्ट के अलावा अमेरिकी एफ-16 फाइटर जेट हैं. साथ ही फ्रांस से लिए मिराज लड़ाकू विमान भी हैं.
पाकिस्तान और बांग्लादेश के युद्धाभ्यास की खबर ऐसे समय में आई है जब टीएफए ने अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में बताया था कि किस तरह पाकिस्तान ने शेख हसीना के तख्तापलट होते ही ढाका को बड़ी मात्रा में आरडीएक्स सहित टैंक और तोप का गोला-बारूद सप्लाई करना शुरू कर दिया है. (पाकिस्तान ने बांग्लादेश को शुरू की गोला-बारूद की सप्लाई (TFA Exclusive))
भारत की पाकिस्तान से बंटवारे (1947) के बाद से ही दुश्मनी रही है और 1967, 1971 और कारगिल युद्ध (1999) में हवाई युद्ध हो चुका है. पुलवामा हमले (2019) के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर बड़ी एयर स्ट्राइक की थी.
बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने एलओसी के करीब भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय वायुसेना ने उसे नाकाम कर दिया था. इस दौरान भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान से पाकिस्तान के एक एफ-16 को मार गिराया था. इस डॉग-फाइट के दौरान हालांकि, मिग-21 क्रैश हो गया था और विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने पैराशूट से नीचे उतरने के बाद बंदी बना लिया था.
खास बात ये है कि बांग्लादेश को एक नए राष्ट्र बनाने में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 का युद्ध लड़ा था. लेकिन 50 साल बाद वही बांग्लादेश आज उसी पाकिस्तान से हाथ मिला रहा है जिसके जुल्म और अत्याचार के चलते मुक्ति-युद्ध (1971) लड़ा गया था.
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तरंग-शक्ति छोड़ बांग्लादेश ने थामा पाकिस्तानी वायुसेना का हाथ
- by Neeraj Rajput
- September 14, 2024
- Less than a minute
- 3 months ago