पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले बांग्लादेश को भारत ने दिया है कड़ा जवाब. विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के उस टिप्पणी पर सीख दी है, जिसमें बांग्लादेश ने शेख हसीना की टिप्पणियों को झूठी और बेतुका बताते हुए भारत का विरोध जताया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बार फिर कहा है कि शेख हसीना की टिप्पणियां व्यक्तिगत हैं और बांग्लादेश के ऐसे बयान रिश्ते खराब कर रहे हैं. भारत ने बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नूरुल इस्लाम को भी तलब किया है, जो शुक्रवार को साउथ ब्लॉक में पेश हुए.
शेख हसीना की टिप्पणियों व्यक्तिगत क्षमता में की गई: रणधीर जायसवाल
भारत ने कड़े शब्दों में एक बयान में कहा, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की टिप्पणियां उनकी व्यक्तिगत क्षमता में की गई हैं, इसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में बताया- कि शेख हसीना की व्यक्तिगत क्षमता में की गई टिप्पणियों को भारत की स्थिति के साथ मिलाना द्विपक्षीय संबंधों के लिए अच्छा नहीं है.
रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश को सीख देते हुए कहा, “यह बताया गया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध चाहता है, जिसे हाल की उच्च स्तरीय बैठकों में कई बार दोहराया गया है. हालांकि, यह अफसोसजनक है कि बांग्लादेश के अधिकारियों द्वारा दिए गए नियमित बयान भारत को नकारात्मक रूप से चित्रित करते हैं, हमें आंतरिक शासन के मुद्दों के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं.”
बांग्लादेश, भारत से रिश्ते खराब कर रहा: रणधीर जायसवाल
रणधीर जायसवाल ने कहा, “बांग्लादेश के ये बयान वास्तव में लगातार नकारात्मकता के लिए जिम्मेदार हैं. पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की टिप्पणियां उनकी व्यक्तिगत क्षमता में की गई हैं, जिसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है. इसे भारत सरकार की स्थिति के साथ मिलाने से द्विपक्षीय संबंधों में मदद और सकारात्मकता नहीं आएगी.”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हालांकि भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभप्रद रिश्ते के लिए प्रयास करेगी, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश भी माहौल खराब किए बिना इसी तरह प्रतिक्रिया देगा.”
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा था?
शेख हसीना के ताजा बयानों से बौखला गया है बांग्लादेश. बांग्लादेश ने शेख हसीना द्वारा दिए गए बयानों को झूठा और मनगढ़ंत बताते हुए भारत से आपत्ति जताई है. भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को पत्र लिखकर बांग्लादेश ने विरोध दर्ज करते हुए बांग्लादेश ने इस मामले में गहरी चिंता, निराशा जताई है. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी ऐसी गतिविधियां बांग्लादेश के प्रति शत्रुतापूर्ण कृत्य हैं और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने के प्रयासों के लिए अनुकूल नहीं हैं.