लगता है पाकिस्तान के साथ ही बांग्लादेश का भी नंबर आ चुका है. भारत की रणनीति का कट और पेस्ट करने वाले पाकिस्तान की अपनी कूटनीति तो कुछ है नहीं, इसलिए जो भारत करता है, उसकी नकल करते हुए पाकिस्तान भी देर सबेर करने लगता है. एस जयशंकर ने पी 5 देशों (अमेरिका, फ्रांस, चीन, रूस और ब्रिटेन) को पहलगाम हमले के खिलाफ इकट्ठा किया तो पाकिस्तानी विदेश मंत्री भी चीन, रूस को फोन करके रोने लगे.
भारत ने अफगानिस्तान के तालिबान प्रशासन से बात करके पाकिस्तान की घेराबंदी शुरु की तो पाकिस्तान भी बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस को अपने इशारों पर नचाने लगा. एक रिटायर्ड बांग्लादेशी मेजर जनरल और यूनुस सरकार के अधिकारी ने विवादास्पद बयान देते हुए भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जे की बात कही है.
बांग्लादेश को भारत के सात नॉर्थ ईस्ट राज्यों पर कब्जा करना चाहिए- यूनुस के अधिकारी
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के एक अधिकारी और एक रिटायर्ड बांग्लादेशी मेजर जनरल ने विवाद खड़ा करने वाला बयान दिया है. रिटायर्ड बांग्लादेशी मेजर जनरल एएलएम फजलुर रहमान ने कहा है कि “भारत अगर पड़ोसी देश पाकिस्तान पर हमला करता है तो बांग्लादेश को भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए.” 2009 के बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) हत्याकांड की जांच कर रहे राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के अध्यक्ष फजलुर रहमान की ये टिप्पणी बांग्लादेश के खतरनाक इरादों को बता रही है.
चीन के साथ ज्वाइंट मिलिट्री सिस्टम की फजलुर ने की पैरवी
बांग्लादेश के कट्टर अधिकारी तो भारत के खिलाफ ऐसी ही सोच रखेंगे क्योंकि खुद अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस भी भारत के सेवेन सिस्टर्स राज्यों को लेकर अनाप शनाप बोल चुके हैं. यूनुस के करीबी फजलुर रहमान ने फेसबुक पर लिखा, “अगर भारत-पाकिस्तान पर हमला करता है तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए. इस संबंध में मुझे लगता है कि चीन के साथ एक जॉइंट मिलिट्री सिस्टम पर चर्चा शुरू करना जरूरी है.” फजलुर का ये बयान तल्खी बढ़ाने के साथ-साथ भारत को अलर्ट करने वाला है.
यूनुस भी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर दे चुके हैं चीन को ऑफर
मोहम्मद यूनुस ने अपने चीन के दौरे पर खुद को हिंद महासागर में एकमात्र संरक्षक बताते को हुए चीन को बड़ा ऑफर दिया था. मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि “भारत के सात राज्य, भारत का पूर्वी भाग, जिन्हें सात बहनें (सेवेन सिस्टर) कहा जाता है, वो भूमि से घिरे राज्य हैं, उनके पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है. हम (बांग्लादेश) इस पूरे क्षेत्र के लिए महासागर (हिंद महासागर) के एकमात्र संरक्षक हैं. इसलिए यह एक बड़ी संभावना को खोलता है. इस वजह से यहां चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है. वो यहां आकर चीजें बनाएं, उनका उत्पादन करें, उन्हें बेचें, चीन ले जाएं और उन्हें पूरी दुनिया को पहुंचाए.” हालांकि यूनुस के इस बयान पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें खूब धोया था.
भारत के राज्यों पर कब्जा करने की बात कहने वाले अधिकारी को जानिए
फजलुर रहमान को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार का बेहद करीबी माना जाता है. यही वजह है कि उन्हें मोहम्मद यूनुस ने राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग का अध्यक्ष बनाया है. दरअसल, 2001 में बांग्लादेश-भारत सीमा पर झड़पें हुई थीं. इस झड़प में बीएसएफ के 16 जवान शहीद हो गए थे. उस समय रहमान बीडीआर के प्रमुख थे. अब उन्हें सुप्रीम कोर्ट के अपीलीय डिवीजन जज के बराबर दर्जा दिया गया है. साल 2009 के बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) हत्याकांड की जांच कर रहे राष्ट्रीय स्वतंत्र जांच आयोग के अध्यक्ष भी हैं.