क्या बाइडेन नहीं चाहते थे कि भारत में दोबारा नरेंद्र मोदी की सरकार चुन कर आए. क्या अमेरिका ने रची थी भारत को अस्थिर करने की साजिश. क्या इसीलिए बाइडेन प्रशासन ने भारत विरोधियों के लिए चुनाव में खोल दी थी तिजोरी. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय चुनाव में अमेरिकी फंडिंग को लेकर पूर्व की बाइडेन सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
ट्रंप ने एक चौंकाने वाले बयान में कहा है कि “शायद वे (बाइडेन सरकार) भारत में किसी और की सरकार बनवाना चाहते थे.” इसी सप्ताह एलन मस्क के विभाग डॉज ने भारत को दी जा रही यूएसएड की 2.1 करोड़ डॉलर की चुनावी फंडिंग रोक दी थी, जिसके बाद ये खुलासा हुआ कि ये पैसा मोदी के विरोधियों को देने के लिए था ताकि चुनाव में हराया जा सके.
हमें इसके बारे में भारत को बताना चाहिए: डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये कहकर सनसनी फैला दी है कि (तत्कालीन राष्टपति) जो बाइडेन, भारत में किसी और की सरकार बनाना चाहते थे. बाइडेन प्रशासन नहीं चाहते था कि भारत में दोबारा बीजेपी की सरकार आए, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनें.
ट्रंप ने अपने ताजा बयान एक बार फिर भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ डॉलर की फंडिंग पर सवाल उठाए. ट्रंप ने कहा, “हमें भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ डॉलर देने की क्या जरूरत है? मुझे लगता है कि बाइडेन सरकार चाहते थी कि चुनाव में किसी और को चुना जाए, हमें इस बारे में भारत सरकार को बताना चाहिए, यह बात चौंकाने वाली है.”
इससे पहले भी बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, “हम भारत को 2.1 करोड़ डॉलर क्यों दे रहे थे? उनके पास पहले से ही काफी पैसा है. वे सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले देश हैं. मैं भारत और उनके प्रधानमंत्री का सम्मान करता हूं, लेकिन भारत के चुनाव में 2.1 करोड़ की फंडिंग देने का क्या मतलब है”
भारत में किसे मिले यूएसएड के पैसे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जानते हैं कि भारत में विरोधियों को दी गई फंडिंग बेहद ही गंभीर मामला है. लेकिन सवाल ये है कि ये फंडिंग भारत में किसे दी गई, ये जांच का विषय है. चुनावों के दौरान भी सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं ने समय-समय पर कई एनजीओ, मीडिया और विपक्षी पार्टियों को विदेशी फंडिंग का आरोप लगाया था. माना जा रहा है कि सरकार इस मामले की जांच कर सकती है.
ट्रंप के खुलासे पर क्या बोले अमित मालवीय?
बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने डोनाल्ड ट्रंप के बयान को सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया है. अमित मालवीय लिखते हैं, “अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर के वित्तपोषण पर कहा, “…मुझे लगता है कि वे किसी और को निर्वाचित कराने का प्रयास कर रहे थे. हमें भारत सरकार को बताना होगा… यह एक बड़ी सफलता है…” (https://x.com/amitmalviya/status/1892409137155494051)
बांग्लादेश में भी फंडिग, तख्तापलट के पीछे अमेरिका?
यूएसएड के नाम पर सिर्फ भारत ही नहीं बांग्लादेश को भी फंडिंग की गई थी. शेख हसीना जब सत्ता में थीं, तो उन्होंने इस बात की आशंका जताई थी, और खुद कहा था कि एक व्हाइट मैन ने उनसे कहा है कि अगर उन्हें अपनी सरकार बचानी है. तो बात माननी होगी. शेख हसीना के इस दावे से पहले ही साफ हो चुका था कि बांग्लादेश में जो अस्थिरता फैली, जो हिंसा हुई, उसके पीछे डीप स्टेट था.
अमेरिका द्वारा बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिरता को मजबूत करने के नाम पर 2.9 करोड़ डॉलर की फंडिंग की गई, जिसे अब ट्रंप सरकार ने रोक दिया है.