अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जहां यूक्रेन युद्ध में रुस के खिलाफ अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है तो दूसरी तरफ इजरायल-हमास जंग को रोकने के लिए एक नया प्लान जारी किया है. बाइडेन के मुताबिक, इजरायल ने इस फार्मूला को मंजूरी दे दी है जिसके पहले चरण में छह हफ्ते के लिए पूरी तरह युद्धविराम लागू किया जाएगा. आतंकी संगठन हमास ने जहां इस युद्धविराम समझौते को मंजूरी दे दी है, इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक सभी बंधकों को रिहा नहीं करा लिया जाता है जंग जारी रहेगी.
बाइडेन के मुताबिक, इजरायल और हमास के बीच जंग रोकने के लिए तीन-स्तरीय युद्धविराम फार्मूला लागू किया जाएगा. पहले चरण में गाजा में छह हफ्ते के लिए पूरी तरह युद्धविराम लागू किया जाएगा. इसके अलावा गाजा में रोजाना 600 ट्रक मानवीय सहायता पहुंचाई जाएगी. दूसरे चरण में हमास की कैद से भी जिंदा बंधकों को रिहा किया जाएगा. इन बंधकों में पुरुष सैनिक भी शामिल होंगे. तीसरे चरण में हमास की कैद में मारे गए इजरायली बंधकों के शव वापस लौटाए जाएंगे. साथ ही गाजा में इजरायल द्वारा पुनर्निर्माण शुरु किया जाएगा. यानी युद्ध के दौरान गाजा में जितनी भी मूलभूत सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया गया है, जैसे बिजली, पानी, सड़क और घरों का निर्माण किया जाएगा (https://x.com/POTUS/status/1796630880695226647).
हमास ने बाइडेन के युद्धविराम योजना को हरी झंडी दे दी है. वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ये जरुर कहा है कि उन्होंने अपनी वार्ता-टीम को समझौते का प्रस्ताव जरुर बनाने का आदेश दिया है लेकिन जंग तब तक जारी रहेगी जब तक सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते. साथ ही नेतन्याहू ने सभी बंधकों की रिहाई होने तक लड़ने की प्रतिबद्धता दोहराई है.
बाइडेन के शांति समझौते का संयुक्त राष्ट्र ने भी समर्थन दिया है. साथ ही इंग्लैंड (यूके) के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने भी स्वागत किया है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने समझौते को सफल बनाने के लिए सऊदी अरब, जॉर्डन और तुर्की जैसे देशों का आह्वान किया है.
7 अक्टूबर 2023 को शुरु हुए इजरायल हमास जंग में अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने की संभावना है. साथ ही इजरायली हमलों में पूरा गाजा जमींदोज हो चुका है और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं. बाइडेन का कहना है कि इजरायल के हमलों से आतंकी संगठन हमास की कमर पूरी तरह टूट चुकी है और अब 7 अक्टूबर जैसी घटना को नहीं दोहरा पाएगा. हालांकि, हमास की कैद में अभी भी इजरायल के 120 से ज्यादा नागरिक हैं. इन लोगों को हमास के आतंकी 7 अक्टूबर को आतंकी हमलों के बाद दक्षिणी इजरायल से बंधक बनाकर ले गए थे. यही वजह है कि इजरायल ने हमास के समूल सफाए के लिए गाजा के खिलाफ जंग छेड़ दी थी.