जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के अलावा भारत में एक और बड़े हमले को नाकाम किया गया है. देश में एक बड़े लोन वुल्फ अटैक की तैयारी की जा रही थी. आतंकियों ने लोन वुल्फ अटैक के लिए एक नाबालिग को ट्रेनिंग दी थी जिसने दिल्ली से लेकर कश्मीर तक सेना की छावनियों की अकेले रेकी की थी. मध्य प्रदेश पुलिस ने आतंकी की गिरफ्तारी के बाद ये सनसनीखेज खुलासा किया है.
आतंकियों के टारगेट पर सुरक्षाबल के जवान थे लेकिन खुफिया सूचना के बाद पुलिस ने इंडियन मुजाहिदीन के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक नाबालिग को भी पुलिस ने पकड़ा है. जिसे ब्रेनवाश करके आतंकी गतिविधियों में शामिल किया गया था, आतंकियों के खिलाफ ये एक्शन हुआ है मध्यप्रदेश में. एमपी का संवेदनशील इलाका माने जाने वाले खंडवा से इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी आतंकी फैजान शेख समेत 2 को पकड़ा है. ये कार्रवाई एमपी एटीएस ने की है.
कश्मीर से दिल्ली तक सैन्य क्षेत्र की 14 बार रेकी की
एटीएस के शिकंजे में आए फैजान शेख से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वो इंडियन मुजाहिदीन के भटकल भाईयों और सिमी के सरगना रहे अबूल फैजल से प्रभावित था. फैजान शेख कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल कस्बे में रहने वाले यासीन और रियाज के घर भी जा चुका है. आतंक के रास्ते पर चलते हुए फैजान शेख सिमी से जुड़े आतंकी रकीब कुरैशी का भी खास था और उससे मिलने कोलकाता की जेल भी जा चुका था. गिरफ्तारी के वक्त आतंकी फैजान के पास से भारी मात्रा में हथियार मिले, जिहादी साहित्य भी मिले हैं. साथ ही मोबाइल से कई आतंकी संगठनों के संपर्क में होने से के भी सबूत मिले हैं. खंडवा के कंजर मोहल्ला से फैजान को अरेस्ट किया गया है. इस दौरान एटीएस को सिमी के लिए भर्ती करने वाले मेंबरशिप फॉर्म भी मिला. जिसके बाद अब ये जांच की जा रही है कि कितने युवाओं का फैजान ने ब्रेनवॉश किया है.
खंडवा में मारे गए 8 सिमी आतंकी का बदला लेने की साजिश
एटीएस को पूछताछ में पता चला है कि फैजान, सिमी आतंकियों की मौत का बदला लेना चाहता था. दरअसल 31 अक्टूबर, 2016 को जेल से भागने के बाद भोपाल के बाहरी इलाके में एनकाउंटर में 8 सिमी आतंकवादियों को मध्य प्रदेश पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर किया था. इनमें से पाँच खंडवा के रहने वाले थे. फैजान इस एनकाउंटर का बदला लेना चाहता था. एक बड़े लोन वुल्फ अटैक की तैयारी कर रहा था. एटीएस आईजी के मुताबिक, फैजान ने दिल्ली से लेकर कश्मीर तक 14 बार आर्मी एरिया की रेकी भी की थी. फैजान के टारगेट पर सुरक्षाबल के जवान थे.
फैजान तक कैसे पहुंची एटीएस?
खंडवा के अब्दुल रकीब कुरैशी को भी पिछले साल बंगाल एसटीएफ और एनआईए कोलकाता ने उठाया था. रकीब प्रतिबंधित संगठन सिमी और आईएसआईएस से जुड़े होने की आशंका थी. रकीब की गिरफ्तारी का फैजान ने विरोध किया था. बाद में एनआईए की टीम मई 2023 में जब आतंकी नेटवर्क की छानबीन करने पहुँची थी, तब भी फैजान से पूछताछ की गई थी. इसके बाद से उस पर लगातार नजर रखी जा रही थी. आतंकी फैजान अपनी फेसबुक आईडी पर इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित जिहादी पोस्ट कर आईएम और आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार कर रहा था.
पाकिस्तान में चल रहे मुजाहिदीन ट्रेनिंग कैंप की वीडियो, मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद) लश्कर-ए-तैयबा की तकरीर पोस्ट करते हुए कंधार विमान अपहरण की कहानी और मुल्ला उमर के बयान एवं अंसार गजवा-तुल-हिंद से संबंधित पोस्ट भी शेयर करता था. हाल ही में अटैक करने के लिए नाबालिगों का ब्रेन वाश किया और हथियार इकट्ठा कर रहा था.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की एटीएस की तारीफ
मोहन यादव ने एपी एटीएस को बधाई देते हुए लिखा, “खंडवा से इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी फैजान पिता हनीफ शेख को गिरफ्तार किया है जिसके निशाने पर सुरक्षाबल के जवान और लोन वुल्फ अटैक की साजिश थी.आतंकी के पास से जब्त हुए जिहादी साहित्य, मोबाइल, हथियार, सिमी सदस्यता फॉर्म व अन्य आतंकी संगठनों से जुड़ी जानकारी भविष्य में होने वाली साजिशों का खुलासा करने में मददगार होगी.”
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