भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का बीएसएफ ने भंडाफोड़ करने का दावा किया है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने बांग्लादेश सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक अंडरग्राउंड स्टोर से 62 हजार फेंसिडिल सिरप की बोतल बरामद की हैं. पकड़ी गई खेप की कीमत करीब 1.40 करोड़ आंकी गई है.
बीएसएफ के मुताबिक, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 32वीं वाहिनी ने नशीली दवाओं की तस्करी पर करारा प्रहार करते हुए पश्चिम बंगाल की भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नदिया जिले के नागहटा इलाके में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है.
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में छापामारी
शुक्रवार को एक सटीक और विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 32वीं वाहिनी की सीमा चौकी टूंगी के जवानों ने दोपहर 02.45 बजे नदिया जिले के मझदिया कस्बे के अंतर्गत नागहटा इलाके में एक संगठित घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.
इस ऑपरेशन में बीएसफ के अधिकारियों, जवानों और स्थानीय पुलिस प्रतिनिधियों ने पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ हिस्सा लिया. तलाशी के दौरान जवानों ने 03 भूमिगत स्टोरेज टंकी का पता लगाया. इनमें से दो टैंक घने बगीचों के बीच छुपा कर बनाए हुए थे, जबकि एक टैंक सीजीआई शीट की झोपड़ी के नीचे बनाया गया था. बंकरों को खोलनें के बाद उनके अंदर से फेंसिडिल की बोतलों से भरी हुई पेटियां बरामद हुई, जिनके अंदर से 62,200 फेंसिडिल की बोतलें मिली.
बांग्लादेश में ड्रग्स के तौर पर इस्तेमाल करते हैं फेंसिडिल सिरप को
फेंसिडिल की इतनी बड़ी खेप देखकर हर कोई हैरान रह गया. इस बरामदगी ने क्षेत्र में सक्रिय तस्करी नेटवर्क की गहराई और उनके योजनाबद्ध षड्यंत्रों को उजागर कर दिया. जब्त की गई फेंसेडिल की खेप को आगे की क़ानूनी कारवाई के लिए सम्बंधित विभाग को सौंप दिया गया है.
दरअसल, बांग्लादेश में फेंसिडिल स्रिप को ड्रग्स के तौर पर सेवन करते हैं. ऐसे में भारत के अलग-अलग हिस्सों से इस सिरप को पश्चिम बंगाल में स्टोर किया जाता है और फिर बीएसएफ की आंखों में धूल झोंककर कटीली तारों को पार कर बांग्लादेश भेज दिया जाता है.
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता, साहस और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. आगे उन्होंने कहा कि तस्करों के इस जटिल नेटवर्क पर और अधिक जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे आने वाले समय में और बड़े खुलासे हो सकते हैं.