पिछले डेढ़ साल से देश-विदेश में आलोचना का शिकार कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के चलते ट्रूडो के चलते कनाडा के संबंध भारत से बेहद खराब हो चुके हैं.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ट्रूडो को गवर्नर कहकर बेइज्जत करते हैं तो कनाडा को यूएस स्टेट घोषित कर दिया है. खुद अपने देश में ट्रूडो की रेटिंग बेहद नीचे गिर चुकी है और उनकी कैबिनेट के सदस्य भी एक-एक कर छोड़कर जा रहे हैं.
ये लगभग साफ हो चुका है कि सोमवार को ट्रूडो अपनी सत्ताधारी लिबरल पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ रहे है. ऐसे में ये साफ नहीं है कि वो क्या अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री का पद भी तुरंत छोड़ रहे हैं या नए उम्मीदवार के चुने जाने तक अंतरिम प्रधानमंत्री बने रहेंगे.
ट्रूडो को भारत-विरोधी और आतंकी संगठन खालिस्तान को समर्थन करने के गंभीर आरोप लग चुके हैं. पीएम पद बचाए रखने के लिए अलगाववादी सिखों का समर्थन लेने के लिए ट्रूडो ने कनाडा को भारत-विरोधी गतिविधियों का अड्डा बना दिया है.
गैंगवार में हुई खालिस्तानी आतंकी की हत्या का दोष ट्रूडो ने भारत की सरकारी एजेंसियों पर लगाया था. उसके बाद से दोनों देशों के संबंध लगभग टूटने के कगार पर है. लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि कनाडा से खराब संबंधों के लिए सिर्फ ट्रूडो जिम्मेदार है.