कृषि-आतंकवाद, सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगेगा. लेकिन अमेरिका ने एक ऐसी चीनी महिला को गिरफ्तार किया है जो अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खेती के दौरान अनाज में जीवाणु फैलाने की साजिश रच रही थी. चीनी महिला युनकिंग जियान की गिरफ्तारी के बाद दुनिया में पहला ‘एग्रो-टेररिज्म’ का खुलासा किया गया है. एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने चीनी महिला की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
एफबीआई ने चीनी महिला को गिरफ्तार किया, हैरान करने वाला खुलासा
यूएस जांच एजेंसी एफबीआई ने एक चीनी महिला रिसर्चर को अमेरिका में बाइलॉजिकल पैथोजन (रोगाणु) की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस रोगाणु के जरिए ये चीनी महिला और उसका बॉयफ्रेंड, खेती के दौरान अनाज में जीवाणु फैलाने की साजिश रच रहे थे. एफबीआई का दावा है कि युनकिंग जियान और जुनीओंग लियू चीन से इन रोगाणुओं को लेकर आए थे. अमेरिका में खतरनाक जैविक रोगाणुओं की तस्करी, झूठे बयान और वीजा धोखाधड़ी सहित साजिश जैसे गंभीर आरोप के तहत चीनी महिला और उसके ब्वॉयफ्रेंड को गिरफ्तार किया गया है.
चीन से खतरनाक फंगस को अमेरिका पहुंचाया गया था
बताया जा रहा है कि जुलाई 2024 में चीनी युवक जुनओंग लियू अपने बैग में एक जहरीला फंगस लेकर अमेरिका में दाखिल हुआ था. डेट्रॉयट हवाई अड्डे पर उसके बैग से लाल पौधे बरामद किए गए थे. पूछताछ में जुनओंग ने बताया कि वह मिशिगन विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में काम करने वाली अपनी प्रेमिका युनकिंग जियान को यह पौधे सौंपना चाहता था. ब्वॉयफ्रेंड ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने पहले भी अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर रिसर्च करने के लिए खतरनाक जैविक रोगाणु की तस्करी की है. इसके बाद युवक लियू को हवाई अड्डे से वापस चीन भेज दिया गया था.
जियान और लियू करते क्या हैं, जानिए
चीनी महिला जियान अमेरिका की मिशिगन विश्वविद्यालय में शोधकर्ता है. रिसर्च के नाम पर ही जियान ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अमेरिका में एग्रो-टेरेरिज्म को फैलाने की साजिश रची ताकि अमेरिका में खेती को नुकसान के साथ-साथ आम नागरिकों में भी बीमारियां फैल जाएं.
एफबीआई का कहना है कि विश्वविद्यालय में काम करता है जहां वह उसी रोगज़नक़ पर शोध करता है और उसने ही डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन हवाई अड्डे के माध्यम से फ्यूजेरियम ग्रामिनेरियम की तस्करी की थी. ऐसा इसलिए ताकि वह मिशिगन विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में इस पर शोध कर सके जहां उसकी गर्लफ्रेंड जियान काम करती थी.
सीपीसी से जियान को दिया गया पैसा: एफबीआई
शिकायत के अनुसार, जियान ने चीन में इस पैथोजन पर अपने काम के लिए चीन की कम्युनिस्ट सरकार (सीसीपी) से धन प्राप्त किया था. शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि जियान के इलेक्ट्रॉनिक्स में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में उनकी सदस्यता और निष्ठा का वर्णन करने वाली जानकारी है. अधिकारियों को लियू के फोन पर एक वैज्ञानिक लेख मिला जिसका शीर्षक था, “प्लांट पैथोजन वारफेयर.” यानि कृषि के जरिए युद्ध. जिससे ना सिर्फ फसलों बल्कि पशुओं को भी बड़े लेवल पर नुकसान पहुंचाया जा सकता था.
एफबीआई डायरेक्टर ने क्या बताया?
एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल के मुताबिक, “जियान को एक कवक फ्यूजेरियम ग्रामिनेरियम (फंगस) की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिसे वैज्ञानिक साहित्य में एक संभावित ‘कृषि आतंकवाद हथियार’ के रूप में क्लासीफाइड किया गया है. यह हानिकारक फंगस, गेहूं, जौ, मक्का और चावल की बीमारी का कारण बनता है और हर साल दुनिया भर में अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान करता है. फ्यूजेरियम ग्रामिनेरियम के विषाक्त पदार्थ मनुष्यों और पशुओं में उल्टी, लीवर और प्रजनन संबंधी दोष पैदा करते हैं.”